कावेरी जल के बटवारे को लेकर 137 साल से विवाद जारी है और इसी के चलते कर्नाटक-तमिलनाडु में अनबन ख़त्म नहीं हुई है. रविवार को चेन्नई में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. तमिलनाडु इस मामले में कावेरी मैनेजमेंट बोर्ड के गठन की मांग कर रहा है. रविवार को चेन्नई में हुए विरोध प्रदर्शन में फिल्म अभिनेता से राजनेता बने रजनीकांत और कमल हासन एकसाथ नजर आए. इन दोनों के अलावा अभिनेता और रजनीकांत के दामाद धनुष, एम नासर, सत्यराज, विजय, विक्रम, शिवाकार्तिकेयन, प्रशांत, सूर्या, श्रीप्रिया, कस्तूरी, रेखा हैरिस और विशाल समेत कई तमिल कलाकार भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए.
इस विरोध प्रदर्शन में संगीतकार इलैयाराजा भी शामिल हुए. ये सभी केंद्र सरकार से इस विवाद को सुलझाने की मांग कर रहे हैं. हाल ही में तमिलनाडु की राजनीति में आए रजनीकांत ने कहा, ‘अगर सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार बोर्ड का गठन नहीं हुआ तो तमिलनाडु के लोगों के गुस्से की जिम्मेदार केंद्र सरकार होगी.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ियों को इस मामले के विरोध में अपने हाथ में काला बैज बांधकर खेलने की कोशिश करनी चाहिए.
रजनीकांत ने कहा कि इससे देश भर में संदेश जाएगा. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने कावेरी जल विवाद को सुलझाने की नियत से पानी का बंटवारा राज्यों की जरुरत के हिसाब से कर दिया था, जिसके चलते तमिलनाडु को शिकायत है और राजनेता और अन्य सभी दल फ़िलहाल सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है. कर्नाटक की और से बहने वाली काँवेरी नदी कर्नाटक से विदा होकर कावेरी शेलम और कोयंबटूर जिलों की सीमा पर तमिलनाडु में प्रवेश करती है.