महाराष्ट्र व केरल में कोरोना के मामले पुन: तेजी से बढ़ने के बाद पड़ोसी राज्य कर्नाटक सतर्क हो गया है। कर्नाटक सरकार ने इन दोनों राज्यों से आने वालों के लिए कोरोना जांच अनिवार्य कर दी है। जिन लोगों की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव होगी, उन्हें कर्नाटक में आने दिया जाएगा।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने बताया कि राज्य में दक्षिण अफ्रीका या ब्राजील में मिले कोरोना के नए घातक स्ट्रेन से कोई संक्रमित नहीं है। हां, ब्रिटेन से बंगलूरू पहुंचे लोगों में मिले कोरोना के नए रूप से संक्रमित जरूर मिले थे। मंत्री ने बताया कि ब्रिटेन के स्ट्रेन से पीड़ित लोगों को भी हमने समाज में फैलने नहीं दिया।
डॉ. सुधाकर ने कहा कि चूंकि केरल में औसत रूप से रोज 4 से 5 हजार और महाराष्ट्र में 5 से 6 हजार कोरोना मरीज मिल रहे हैं। चूंकि कर्नाटक की सीमाएं इन राज्यों से लगी हुई हैं, इसलिए हमने आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य कर दी है। इसकी रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही राज्य में प्रवेश दिया जाएगा। जिनकी रिपोर्ट निगेटिव नहीं होगी, उन्हें नहीं आने दिया जाएगा।