कर्नाटक में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को राज्य का बजट पेश किया। इस दौरान राज्य सरकार ने आबकारी विभाग का राजस्व लक्ष्य 1880 करोड़ रुपये बढ़ा दिया। बता दें कि साल 2020-21 में आबकारी विभाग का राजस्व संग्रह 22 हजार 700 करोड़ रुपये था, जिसे अब 24 हजार 580 करोड़ रुपये कर दिया गया। हालांकि, बजट में शराब पर किसी भी तरह का टैक्स लगाने का प्रावधान नहीं किया गया।
मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए आबकारी विभाग का राजस्व संग्रह लक्ष्य 20 हजार 900 करोड़ से बढ़ाकर 22 हजार 700 करोड़ रुपये किया गया था।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान मार्च और अप्रैल 2020 में राज्य के आबकारी विभाग का राजस्व संग्रह बुरी तरह प्रभावित हुआ था। चार मई 2020 को जब राज्य में शराब की दुकानें खोली गईं, तब आबकारी विभाग ने पहले ही दिन 45 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया था।
राजस्व संग्रह का लक्ष्य पूरा करने के मकसद से आबकारी विभाग ने सितंबर 2020 में राज्य के लोगों को रेस्तरां और बार में शराब पीने की अनुमति दे दी थी। हालांकि, इसके बावजूद वित्तीय वर्ष 2020-21 का राजस्व संग्रह वित्तीय वर्ष 2019-20 के मुकाबले 4.25 प्रतिशत कम रहा।
बजट के दौरान राज्य में मौजूद झीलों के पुनरुद्धार और ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त करने के लिए भी फंड जारी किया गया। इसके लिए 3500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया। वहीं, बंगलूरू शहर के विकास के लिए 7 हजार 795 करोड़ रुपये जारी किए गए।
बजट पेश करते वक्त सीएम येदियुरप्पा ने राज्य की महिलाओं के विकास के लिए विशेष पैकेज का एलान किया। उन्होंने कहा कि महिला संबंधी योजनाओं के लिए 4 हजार 531 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।