ऐसा माना जा रहा है कि जेडी(एस) की जीत के पीछे कुमारस्वामी के पिता एच डी देवेगौड़ा का चतुराई भरा मार्गदर्शन था। एक हफ्ते पहले मुख्यमंत्री की शपथ लेने वाले कुमारस्वामी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि उनके पिता कोई हस्तक्षेप नहीं करेंगे।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने मंगलवार को कहा कि गठबंधन के सहयोगी कांग्रेस और जेडी(एस) के बीच कैबिनेट विस्तार और मंत्रालयों के आवंटन को लेकर असमंजस दूर हो जाएगा और वे जल्द ही अंतिम निर्णय पर पहुंच जाएंगे।
उन्होंने कहा, “यह दो दलों की गठबंधन सरकार है… हमने उन (जेडीएस) के लिए 12 (मंत्रालय), और अपने (कांग्रेस) लिए 22 (मंत्रालय) का फैसला लिया है।
हम मंत्रालय का बटवारा भी इस तरह साझा करे लेंगे, इसमें कोई भ्रम नहीं है।”
यहां पत्रकारों से बात करते हुए परमेश्वर, जो कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी हैं, ने कहा, “हम जल्द ही भ्रम को दूर करेंगे और एक फैसला पर पहुंच जाएंगे।”
23 मई को शपथ ग्रहण के दो दिन बाद मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने 25 मई को विधानसभा में शक्ति परीक्षण के दौरान विश्वासमत हासिल कर लिया था। लेकिन कैबिनेट विस्तार और मंत्रालय के आवंटन पर दोनों पक्षों के बीच गहन बातचीत चल रही है।
सूत्रों ने बताया कि नई दिल्ली में बैठकों का कई दौर चला जिसमें जेडी(एस) ने कांग्रेस को याद दिलाया कि उसने सरकार बनाने के लिए पांच साल तक बिना शर्त समर्थन की पेशकश की थी।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal