भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आजादी के 70 साल बाद देश के किसी भी हिस्से में ऐसी शर्मनाक घटना होना बड़े दुख की बात है। हमें सोचना होगा कि हम किस प्रकार के समाज को विकसित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना हमारी ज़िम्मेदारी है कि ऐसी किसी भी महिला या बच्ची के साथ ऐसा न हो।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि इस दुनिया में सबसे खूबसूरत चीज है किसी बच्ची की मुस्कान और ये हमारी जिम्मेदारी अपनी है कि मासूमों को सुरक्षा दी जाए। देश के हर कोने में मासूम ऐसे जघन्य अपराधों का शिकार बन रही हैं। ये बेहद शर्म की बात है।
उन्होंने इस मौके पर कहा कि भारत की बेटियों ने कॉमनवेल्थगेम्स -2018 में देश के लिए ख्याति अर्जित की है, दिल्ली से मणिका बत्रा, मणिपुर से मैरी कॉम, मीराबाई छानू और संगीता छानू, हरियाणा के मनु भोकर और विनीश फोगट, साइना नेहवाल तेलंगाना से और पंजाब की हीना सिद्धू ने पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन किया है।
उन्होंने कहा कि भारत देश के राष्ट्रपति का पद ग्रहण करने के बाद मैंने सबसे पहले अगर किसी राज्य में अपनी यात्रा करने का निर्णय लिया था तो वो जम्मू कश्मीर का था। जिसे मैंने अगस्त 2017 में लेह में जाकर जवानों के साथ मुलाकात करके अपनी पहली यात्रा शुरू की। आज यह शुभ संयोग फिर आया है कि मैं आप सब नौजवानों से मिलने का मौका मिला।
बता दें कि राष्ट्रपति बुधवार सुबह करीब दस बजे जम्मू पहुंचे। वो यहां श्री माता वैष्णो देवी यूनिवर्सिटी (एसएमवीडीयू) कटड़ा में मंगलवार को यूनिवर्सिटी के छठे दीक्षांत समारोह में शिरकत करने के लिए पहुंचे हैं। दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद वर्ष 2016-17 सेशन के 882 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान करेंगे।
पूरे यूनिवर्सिटी को सुरक्षा एजेंसियों ने कड़े सुरक्षा घेरे में लिया है। शेड्यूल के मुताबिक सभागार में सुबह 11 बजे समारोह शुरू हो गया है। इसमें पारंपरिक रैली के बाद मंच पर अतिथिगण विराजमान होंगे।
जिसके बाद विद्यार्थियों में डिग्री प्रदान करने की प्रक्रिया होगी। समारोह में राष्ट्रपति के साथ चांसलर व राज्यपाल एनएन वोहरा, मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती सहित अन्य अतिथि मौजूद हैं। बुधवार शाम 6 बजे अमर महल (राजभवन) में राष्ट्रपति के स्वागत समारोह के बाद रात्रि भोज का आयोजन होगा।
महबूबा ने जताया दुख
इस मौके पर सीएम महबूबा ने कहा कि कोई इतनी छोटी लड़की को ऐसी क्रूर चीज कैसे कर सकता है, जो माता वैष्णो देवी की अभिव्यक्ति है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में कुछ गड़बड़ है। गौरतलब है कि कठुआ कांड की दंरिदगी की चर्चा पूरे विश्व में हो चुकी है। हालांकि इस केस की अगली सुनवाई 27 अप्रैल को है।