कई… रोगों की रामबाण दवा है सिर्फ नीम की पत्ती

नीम को संस्कृत में अरिष्ट कहते हैं जिसका अर्थ है पूर्ण, श्रेष्ठ या कभी खराब न होने वाला| नीम अपने नाम का मतलब सार्थक करता है| यह अकेला ही कई बिमारियों का इलाज कर सकता है| इसीलिए इसे भारत में गांव का दवाखाना कहा जाता है|

एंटीबैक्टीरियल, एंटीसेप्टिक, एंटीडायबिटिक (मधुमेह), एंटीवायरल, एंटीफंगल, बुखार एवं दर्द कम करने के साथ-साथ अन्य 140 यौगिक पदार्थों का मिश्रण हमें नीम में मिलता है| केवल नीम के पत्ते ही नहीं बल्कि तने, जड़, छाल सभी गुणकारी हैं| त्वचा सम्बन्धी बिमारियों या एलेर्जी जैसे कील-मुंहासे, छाले, खाज-खुजली, एक्जिमा, सोरायसिस आदि के लिए यह बेहद फायदेमंद साबित हुआ है|

नीम का रस या अर्क मधुमेह, कैंसर, हृदयरोग, हर्पीस, एलर्जी, अल्सर, हिपेटाइटिस (पीलिया) जैसी बिमारियों जड़ से खत्म करने में मदद करता है| चलिए जानते हैं नीम के कुछ और लाभ:-

1.  जख्म या जलने पर नीम का उपयोग

नीम में एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण हैं जो कटे, जले या उस स्थान पर जहाँ ज़ख्म है उसे जल्दी ठीक करता है| ज़ख्म को बढ़ने से रोकता है और उसे कम करने में मदद करता है|  की पत्तियों का पेस्ट बनाकर घाव पर लगाएं और देखें नीम का कमाल|

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com