दिल्ली के कंझावला कांड में मृतका अंजलि सिंह की विसरा रिपोर्ट से एक बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अंजलि की विसरा रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को मिल गई है। रिपोर्ट में सामने आया है कि जिस वक्त अंजलि सिंह का एक्सीडेंट हुआ उस वक्त वह अत्यधिक नशे में “हाइली ड्रंक” थी।
जानकारी के अनुसार, नए साल की देर रात को एक बलेनो कार सवार युवकों ने 20 वर्षीय युवती अंजलि सिंह की स्कूटी को टक्कर मार दी थी। इसके बाद वह कार के नीचे फंस गई और कार सवार उसे करीब 12 किलोमीटर तक घसीटते रहे। बाद में अंजलि कंझावला में एक सड़क पर वह निर्वस्त्र अवस्था में मृत पाई गई थी। हादसे के वक्त स्कूटी पर अंजलि और उसकी दोस्त निधी सवार थी, जो टक्कर लगने के बाद वहां से भाग गई थी।
हादसे के वक्त अंजलि ही चला रही थी स्कूटी
अंजलि की मौत के बाद उसकी दोस्त निधि ने बताया था कि 31 दिसंबर की रात अंजलि ने काफी ज्यादा शराब पी हुई थी। पुलिस ने अंजलि के पोस्टमॉर्टम के दौरान उसका विसरा जांच के लिए भेजा था और पिछले हफ्ते ही अंजलि की विसरा रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को मिली है। इस रिपोर्ट में अंजलि की दोस्त निधि की बात की पुष्टि हुई है कि सड़क हादसे के बाद अंजलि बहुत ज्यादा नशे में थी। वो नशे की हालात में ही स्कूटी चला रही थी।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अब तक कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पहले इस मामले में गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। पुलिस ने पहले इस मामले में दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को पहले गिरफ्तार किया था। बाद में दो और लोगों- आशुतोष व अंकुश खन्ना – को कथित तौर पर साक्ष्य छिपाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
हादसे के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल कमिश्नर शालिनी सिंह की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी बनाई थी। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ड्यूटी में लापरवाही के आरोपी 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था।