सीहोर में ओलावृष्टि से प्रभावित फसलों का सर्वे करने पटवारी खेतों में पहुंचे। वहां, फसल नुकसान का आंकलन किए। विधायक सुदेश राय भी ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच कर प्रभावित फसलों का जायजा लिए।
सीहोर में मंगलवार को आंधी, बारिश और ओलों ने खेतों में खड़ी फसल को तबाह कर दिया। ऐसे में प्रशासनिक अमले ने बुधवार के बाद गुरुवार को भी सीहोर और श्यामपुर क्षेत्र में ओला प्रभावित फसलों का सर्वे किया। वहीं, विधायक सुदेश राय ने भी ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच कर ओलावृष्टि और तेज आंधी से बर्बाद हुई फसलों का जायजा लिया। साथ ही जिन किसानों की फसलें खराब हुई हैं, उन्हें नियमानुसार बीमा और मुआवजा राशि दिलाने का अश्वासन दिया है।
किसान बोले, कलर खराब होने से गेहूं का दाम कम मिलेगा। सीहोर के श्यामपुर क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक गांवों में ओलों की बरसात हुई। जहां फसल पक चुकी थी, वहां बालियों को नीचे गिरा दिया। किसानों का कहना है कि गेहूं का कलर खराब हो जाएगा, जिससे 200 से 300 रुपये प्रति क्विंटल भाव कम मिलेगा। जिले में 80 फीसदी रकबे में गेहूं की फसल पककर तैयार है। 15 से 20 फीसदी रकबे में तो कटाई हो चुकी है। खेतों और खलिहानों में कटी फसलें पड़ी हैं। आठ गांव में सबसे ज्यादा नुकसान उप संचालक कृषि सीहोर केके पांडे ने बताया कि आठ गांवों में ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है, यह अभी शुरुआती जानकारी है।
बीमा कंपनी के कर्मचारियों के साथ राजस्व अमले ने नुकसान का आंकलन शुरू कर दिया है। नजरिया सर्वे में नुकसान सामने नहीं आया है। लेकिन बीमा कंपनी आंकलन कर रही है। जहां वास्तविक नुकसान हुआ होगा, उन किसानों को निश्चित तौर पर बीमा का लाभ मिलेगा।