अयोध्या। राममंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान में तीन हजार करोड़ की धनराशि एकत्रित हो चुकी है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने पत्रकारों को बताया कि देश का सबसे बड़ा जनसंपर्क अभियान सफलतापूर्वक पूरा हो गया है।
अपेक्षा से कई गुना ज्यादा निधि समर्पण प्राप्त हुआ है। बताया कि अभी तक जो आंकड़ा मिला है वह तीन हजार करोड़ पार कर चुका है। ऑडिट का कार्य पूरा होने के बाद निधि समर्पण अभियान में एकत्र संपूर्ण धनराशि की जानकारी हो सकेगी।
करीब एक हजार जिलों में ऑडिट का काम चल रहा है। महासचिव राय ने बताया कि निधि समर्पण अभियान में नौ लाख कार्यकर्ता घर-घर गए। घर-घर जाने का अभियान बंद हो गया है।
लेकिन रामभक्त अपने नियमित खाते स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा में निधि समर्पण सदैव कर सकते हैं। निधि समर्पण के लिए नेफ्ट, भीमएप, आरटीजीएस सहित जितने भी प्रकार की विधियां हैं वह हमेशा खुली हैँ।
वेबसाइट की सहायता लेकर भक्त राममंदिर निर्माण में अपना सहयोग दे सकते हैं। बताया कि निधि समर्पण अभियान से एकत्र धनराशि का हर जिले में ऑडिट किया जा रहा है। देश के करीब एक हजार जिलों में ऑडिट का काम चल रहा है।
अयोध्या में भी दो जगह ऑडिट हो रहा है। कहा कि जिले में सारे ऑडिट का मिलान भी हो चुका है। निधि समर्पण अभियान के लिए जो डिजिटल प्लेटफार्म तैयार किया गया था वह काफी कारगर रहा।
चंपत राय ने बताया कि निधि समर्पण अभियान में करीब चार लाख लोगों ने ऑनलाइन ट्रांसफर भी किया है। बताया कि बहुत सारे लोग रसीद भी मांग रहे थे। जिसमें से अब तक करीब 30 से 40 हजार लोगों को रसीदें दी जा चुकी है।
बताया कि चूंकि सर्वर पर बोझ ज्यादा था इसलिए एक दिन में 200 रसीदें मुश्किल से ही दे पाते थे। बहुत सारे भक्तों का पता, मोबाइल नंबर नहीं है। जिसके चलते उन्हें रसीदें दे पाना संभव नहीं है। कहा कि हमने आईटी विशेषज्ञों की मदद ली जिसका परिणाम रहा कि एक सप्ताह के भीतर हमने करीब 15 हजार लोगों को रसीदें पहुंचाई हैं।