मेडिकल कालेज के सस्पेंड बाल रोग विशेषज्ञ डा. कफील खान को बहाली के मामले में योगी सरकार से उम्मीदें नहीं है. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद 90 दिन की जांच के बाद बहाली पर फैसला हो जाना चाहिए था. लेकिन, 21 माह बीतने के बाद भी उन्हें बहाल नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि उन्हें ज्यूडीशरी पर विश्वास है. ऑक्सीजन कांड में उनके खिलाफ कोई सुबूत भी कोर्ट में सरकार पेश नहीं कर पाई है. उन्होंने ऑक्सीजन कांड को नरसंहार बताया.