गुजरात में वडोदरा से करीब 46 किलोमीटर दूर एक बहुत ही खूबसूरत जगह है पावागढ़, जो वीकेंड में घूमने-फिरने के लिए है बेस्ट डेस्टिनेशन। स्थानीय लोगों के अलावा यहां टूरिस्टों की भी अच्छी-खासी तादाद देखने को मिलती है। चारों तरफ फैली हरियाली बेशक इस जगह को खास बनाती है लेकिन महाकाली मंदिर की वजह से पावागढ़ ज्यादा मशहूर है। इसके अलावा और किन जगहों को कर सकते हैं यहां जाकर एक्सप्लोर, जानेंगे इनके बारे में…

चांपानेर पावागढ़ पुरातात्विक उद्यान- इंडो-सारसानिक वास्तुकला के अभूतपूर्व समागम का बेजोड़ नमूना है चांपानेर पावागढ़ पुरातात्विक उद्यान। इंडो सरसानिक वास्तुकला स्थापत्य की एक ऐसी कला है, जिसमें भारतीय इस्लामिक आर्किटेक्चर और हिंदू आर्किटेक्चर को मिलाकर कुछ नया तैयार किया जाता है। इसमें विक्टोरियन वास्तुकला की छाप भी देखने को मिलती है।

महाकाली मंदिर- यहां महाकाली मंदिर के दर्शन और पूजन के लिए दूर-दराज से लोग आते हैं। पवित्र धार्मिक स्थल के साथ ही ऐतिहासिक दृष्टि से भी काफी लोकप्रिय है यह जगह। खास मौकों पर ही नहीं मंदिर में रोज़ाना आने वाले दर्शनार्थियों की भी संख्या अच्छी-खासी होती है। पहाड़ों को काटकर बनाई गई सीढ़ियों द्वारा मंदिर तक पहुंचा जा सकता है। रास्ते में कई खूबसूरत नज़ारे भी देखने को मिलते हैं।
नवलखा कोठार- नवलखा कोठार यहां बहुत ही अच्छा हिल स्टेशन है जहां कई तरह के एडवेंचर का एक्सपीरिएंस लिया जा सकता है बल्कि यों कहें कि यहां लोग खासतौर से इसी के लिए आते हैं। कोठार के टॉप तक ट्रैकिंग करके पहुंचा जा सकता है। मुस्लिम राजाओं द्वारा बनाई गई इस जगह को बनाने का मकसद अनाज संग्रह था। इतिहास को जानने की इच्छा रखते हैं तो यहां जरूर आएं।
चंपानेर- गुजरात स्थित पावागढ़ पहाडिय़ों के बीच बसा हुआ है ऐतिहासिक नगर चांपानेर। गुजरात के पांचमहल जिले में है यह छोटी सी नगरी, लेकिन यहां आप पाएंगे पुरातात्विक महत्व की लगभग 114 संरचनाएं जिनमें जैन मंदिर, मंदिर और मस्जिदें शामिल हैं। इन्हीं के बीच आप देख सकते हैं ऐसी कुछ बेहद अनोखी संरचनाएं, जिन्हें देखकर अंदाजा हो जाता है कि दो हजार साल पहले भी लोगों की तकनीकी समझ कितनी उत्कृष्ट थी। जैसे पानी के अनेक जलाशय, जो कि इस पूरे नगर को जीवित रखने के लिए बड़े आवश्यक थे। अगर यह कहें कि यह पूरा नगर अर्बन प्लानिंग का बेजोड़ नमूना रहा है, तो गलत नहीं होगा।

विश्वामित्री नदी- पावागढ़ की हर एक जगह कोई न कोई विशेषता समेटे हुए है जिसमें से एक है विश्वामित्री नदी। भारत के महान ऋषि विश्वामित्र के नाम वाली ये नदीं सैर के लिए बहुत ही अच्छी जगह है। जिसकी खूबसूरती को बढ़ाने का काम करती है आसपास फैली हरियाली। जो नेचर लवर्स और फोटोग्राफर्स को काफी पसंद आती है। मेडिटेशन के लिहाज से भी ये जगह एकदम परफेक्ट है।
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