भारतीय पुरुष तीरंदाजी टीम को कंपाउंड टीम स्पर्धा का रजत पदक हासिल हुआ है. भारतीय पुरुष टीम को फाइनल में दक्षिण कोरिया से शूटऑफ में हार मिली. 2014 में इंचियोन में हुए एशियाई खेलों में भारत ने कंपाउंड स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था. भारत और दक्षिण कोरिया का स्कोर चार सेटों के बाद 229-229 से बराबर था. शूटऑफ में भी भारत ने दक्षिण कोरिया को बराबरी की टक्कर दी, लेकिन प्रतिद्वंद्वी टीम के तीर सेंटर सर्कल में अधिक थे और इस कारण दक्षिण कोरिया ने स्वर्ण पदक पर कब्जा जमा लिया.
भारत और कोरिया के बीच कांटे का रहा मुकाबला
पहले सेट में सारे छह निशाने 10 पर लगाते हुए भारतीय पुरुष टीम ने 60-56 से बढ़त हासिल की थी. हालांकि, दूसरे सेट में वह अपनी इस लय को बरकरार नहीं रख पाई और ऐसे में दूसरा सेट में 58-53 से पिछड़ गई. दोनों टीमों का स्कोर दो सेट के बाद 114-114 से बराबरी पर पहुंच गया. तीसरे सेट में भारतीय टीम ने अच्छा प्रदर्शन कर 58-56 से जीत हासिल की और कुल स्कोर में 172-170 के साथ दो अंकों की बढ़त ले ली
शूटऑफ में स्कोर रहा 229-229
भारतीय टीम को चौथे सेट में दक्षिण कोरिया के खिलाफ 59-57 से हारना पड़ा था. ऐसे में दोनों टीमों का स्कोर 229-229 से बराबर हो गया. दोनों टीमें शूट ऑफ में पहुंची. भारत और दक्षिण कोरिया के बीच मैच रोमांचक हो गया. दक्षिण कोरिया ने शूटऑफ में पहला निशाना 10 पर लगाया, वहीं भारत का पहला निशाना 9 पर लगा. कोरियाई टीम का दूसरा निशाना नौ पर था और भारत के लिए दूसरा निशाना 10 पर लगा.
दक्षिण कोरिया का तीसरा निशाना 10 पर लगा और भारत के लिए अर्जुन पुरस्कार विजेता रजत चौहान ने 10 पर ही निशाना लगाया. दोनों टीमें बराबरी पर आ गईं. अंतिम फैसले में दक्षिण कोरिया के तीर सेंटर सर्कल में अधिक निकले और इस कारण वह स्वर्ण पदक जीत गई और भारत को रजत से संतोष करना पड़ा.