उप्र लोकसेवा आयोग में ताबड़तोड़ भर्तियां चल रही हैं। एलटी ग्रेड शिक्षक चयन में तमाम अहम पदों पर योग्य अभ्यर्थी नहीं मिल सके थे, अब साक्षात्कार देने आने में भी अभ्यर्थी पीछे हट रहे हैं। सरकारी अस्पतालों के लिए एलोपैथ चिकित्साधिकारी के छह पदों के लिए 36 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया, उनमें से सिर्फ तीन ही पहुंचे और सभी सफल हो गए हैं। अभ्यर्थी न आने से तीन पद खाली पड़े हैं।
युवाओं को रोजगार न देने का आरोप आए दिन लग रहा है। वहीं, उप्र लोकसेवा आयोग की ओर से इसे आईना दिखाया गया है। एलोपैथ चिकित्साधिकारी की भर्ती में कुल पद के सापेक्ष आधे अभ्यर्थी ही इंटरव्यू देने पहुंचे। यूपीपीएससी ने सीधी भर्ती के तहत कर्मचारी राज्य बीमा योजना व श्रम चिकित्सा सेवाएं विभाग के अंतर्गत चिकित्साधिकारी एलोपैथ के छह पदों का विज्ञापन निकाला था। इसमें चार ओबीसी व दो अनुसूचित जनजाति का पद निर्धारित था।
चयन के लिए 20 जनवरी को 36 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया, लेकिन सिर्फ तीन अभ्यर्थी ही इंटरव्यू देने पहुंचे। इंटरव्यू देने वाले शादमा अनवार, विपिन कुमार, सिद्धार्थ वर्मा को सफल घोषित किया गया। आयोग के उपसचिव सत्य प्रकाश ने बताया कि ओबीसी की एक व अनुसूचित जनजाति की दो रिक्तियों को अगले चयन वर्ष में नियमानुसार पूरा किया जाएगा।
10 पद का रिजल्ट घोषित
उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने व्यावसायिक शिक्षा व कौशल विकास विभाग के अंतर्गत प्रधानाचार्य श्रेणी-2/उपप्रधानाचार्य/प्राविधिक अधिकारी के 10 पदों का रिजल्ट घोषित कर दिया। सीधी भर्ती के तहत 16 जनवरी को अभ्यर्थियों का इंटरव्यू लिया गया। इंटरव्यू में 87 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, लेकिन 68 अभ्यर्थी इंटरव्यू में शामिल हुए।