कोरोना वायरस की दहशत के बीच एयर एशिया की फ्लाइट में शनिवार रात एक व्यक्ति की मौत हो गई। अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंची इस फ्लाइट से हुक्म सिंह नामक व्यक्ति का शव बरामद हुआ। वह बटाला के गांव गंडेके का रहने वाला था और पांच माह पहले मलेशिया गया था। शनिवार रात करीब साढ़े बारह बजे जब फ्लाइट अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंची तो हुक्म सिंह की मौत हो चुकी थी।
एयरपोर्ट से उसका शव अस्पताल ले जाया गया। सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. अरुण शर्मा ने बताया कि मृतक की मेडिकल हिस्ट्री से स्पष्ट है कि हुक्म सिंह को फेफड़ों व किडनी का संक्रमण था। यही बीमारी उसकी मौत की वजह बनी। यह कहना जल्दबाजी होगी कि मृतक कोरोना वायरस से संक्रमित था। सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। मरीज का विसरा जांच के लिए मोहाली स्थित भेजा जाएगा। वहीं, उनके पड़ोसी दिलबाग सिंह ने बताया कि हुक्म सिंह तीन-चार साल से काला पीलिया व मुधमेह की बीमारी से पीडि़त था। दो दिन पहले उसने घर वीडियो कॉल करके जानकारी दी थी कि उसकी तबीयत खराब है, इसलिए वह गांव लौट रहा है।
दो और संदिग्ध केस
रविवार को जर्मनी से अमृतसर आए दो लोगों को खांसी-जुकाम से पीडि़त होने के कारण गुरुनानक देव अस्पताल स्थित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। इनमें एक गुरदासपुर, जबकि दूसरा अमृतसर का रहने वाला है। मेडिकल सुपङ्क्षरटेंडेंट डॉ. रमन शर्मा के बताया कि दोनों के सैंपल लिए गए हैं।
विरासत-ए-खालसा बंद
सरकार ने श्री आनंदपुर साहिब स्थित विरासत-ए-खालसा को अगले आदेशों तक पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। यहां रोजाना सैकड़ों पर्यटक पहुंचते हैं।
आदेश ताक पर, कोरोना से बेफिक्र बसपा ने रैली कर मनाया कांशीराम के जन्मदिन
कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश सरकार की तरफ से समारोहों व रैलियों पर पाबंदी लगाने के बावजूद बसपा ने रविवार को कांशीराम का जन्मदिन पर रैली का आयोजन कर मनाया। सुबह 11 बजे शुरू हुई रैली में लगभग पांच हजार लोग पहुंचे लेकिन कोरोना को लेकर कोई एहतियात नहीं बरती गई।
बहुजन समाज पार्टी ने पार्टी के संस्थापक बाबू कांशीराम के पैतृक गांव ख्वासपुरा में उनके निधन के करीब 14 साल बाद पहली बार इतनी बड़ी रैली की गई। रैली में सुबह 11 बजे लोग आने शुरू हो गए। एक बजे के करीब लीडरशिप पहुंची। तीन बजे एएसपी रवि कुमार पहुंच गए और रैली को रुकवाने की कोशिश की। नेताओं के आग्र्रह पर उन्होंने आधे घंटे का अतिरिक्त समय दिया लेकिन इसके वाबजूद रैली चार बजे खत्म हुई।
सरकारी पाबंदी के बावजूद समागम करवाने के सवाल पर बसपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. जसवीर सिंह गड़ी ने कहा कि यह कार्यक्रम एक माह पहले ही फाइनल हो चुका था, इसके लिए राज्यभर के बसपा वर्कर तैयारी में लगे थे। ऐसे में कार्यक्रम को स्थगित करना कठिन था। हालांकि रैली में कोरोना वायरस को लेकर पंजाब सरकार की सभी हिदायतों का पालन किया गया।