कर्ज में डूबी सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया को अपने 127 विमानों के बेड़े में 20 विमानों का परिचालन मजबूरन बंद करना पड़ा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कंपनी के पास इन विमानों के इंजन को बदलने के लिए फंड नहीं है। कंपनी को इन विमानों के नए इंजन के लिए कम-से-कम 1,500 करोड़ रुपये की जरूरत है। फिलहाल कहीं से फंड मिलने की संभावना नहीं है। ऐसे में इन विमानों के उड़ान पर संशय है।
अधिकारी ने कहा कि हमारे कुल बेड़े के 16 फीसदी यानी 20 विमान इंजन संबंधी दिक्कतों के कारण पिछले कुछ महीने से परिचालन से बाहर हैं। इन विमानों में 14 एयरबस ए320, चार बी787-800 (ड्रीमलाइनर) और शेष दो बी777 हैं। अधिकारी के मुताबिक, एयरलाइन पिछले साल से नए इंजन के साथ उन विमानों को परिचालन में लाने की कोशिश कर रही है, लेकिन फंड की कमी के कारण अक्तूबर से पहले इनके उड़ान भरने की संभावना कम है। कंपनी के 127 विमानों के बेड़े में 45 बोइंग विमान और शेष नैरो बॉडी वाले विमान एयरबस ए-320 हैं।
पहले भी 19 विमान परिचालन से बाहर थे- पिछले साल अगस्त में एयरलाइन के पायलटों के एक संगठन आईसीपीए (इंडियन कमर्शियल पायलट एसोसिएशन) ने आरोप लगाया था कि कंपनी के 19 विमान कलपुर्जों के अभाव में परिचालन से बाहर हैं। इससे एयरलाइन को नुकसान हो रहा है। हालांकि, तत्कालीन चेयरमैन प्रदीप सिंह खरोला ने कहा था कि नियमित रखरखाव के लिहाज से ये विमान उड़ान नहीं भर रहे हैं। खरोला अब विमानन सचिव हैं। अधिकारी ने यह भी कहा कि एयरलाइन जेट एयरवेज के 200 केबिन क्रू की नियुक्ति की योजना बना रही है।