एम्स सूत्रों के अनुसार, गुर्दा प्रत्यारोपण कराने वाले मरीज को एक दिन की निगरानी में रखना एक रुटीन मेडिकल प्रक्रिया है और अब जेटली की सर्जरी रविवार को की जाएगी। हालांकि शनिवार को उनको गुर्दा देने वाले डोनर की भी सभी औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी थीं।
गुर्दे की बीमारी से जूझ रहे अरुण जेटली सोमवार से अपने कार्यालय भी नहीं गए हैं और उन्होंने राज्यसभा के लिए दोबारा चुने जाने के बाद हुए शपथ ग्रहण समारोह में भी हिस्सेदारी नहीं की थी। इस दौरान उन्होंने अपने घर पर ही चिकित्सा सुविधा ली थी, लेकिन परेशानी बढ़ने पर उन्हें शुक्रवार शाम को एम्स में भर्ती होना पड़ा था। जेटली का ऑपरेशन एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया के भाई व अपोलो हॉस्पिटल के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. संदीप गुलेरिया द्वारा करने की संभावना है, जो जेटली परिवार के मित्र भी हैं।
जेटली इससे पहले सितंबर 2014 में लंबे समय से चली आ रही मधुमेह की बीमारी के कारण बढ़ गए वजन को कम करने के लिए बेरियाट्रिक सर्जरी भी करा चुके हैं। मैक्स अस्पताल में की गई उस सर्जरी के बाद आई दिक्कतों के कारण उन्हें तब भी एम्स में भर्ती होना पड़ा था। इससे कई साल पहले वह दिल की भी सर्जरी करा चुके हैं।
नहीं जाएंगे भारत-ब्रिटेन आर्थिक वार्ता के लिए लंदन
बृहस्पतिवार को ट्वीट के जरिए अपनी बीमारी की पुष्टि करने वाले वित्तमंत्री ने इसके चलते अगले सप्ताह लंदन में होने वाली पहले से तय 10वीं भारत-ब्रिटेन आर्थिक व वित्तीय वार्ता भी स्थगित कर दी है।