प्रदेश के कई जिलों में माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों व कर्मचारियों के नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) की धनराशि को बिना अनुमति निजी कंपनी में निवेश करने का मामला सामने आने के बाद जिले के शिक्षकों में भी खलबली मच गई है। उन्हें डर है कि कहीं इनकी धनराशि के साथ भी तो ऐसा नहीं हुआ है। इसे लेकर शिक्षक व कर्मचारी लगातार डीआईओएस कार्यालय से संपर्क कर रहे हैं।
नियमानुसार यह राशि एसबीआई, एलआईसी व यूटीआई में ही निवेश करना होता है। यह मामला सामने आने के बाद जिले के शिक्षा जगत में भी खलबली मच गई है। शिक्षक इस बात की पड़ताल कर रहे हैं कि कहीं उनके एनपीएस खातों की राशि के साथ भी तो ऐसा नहीं हुआ। शिक्षकों को डर सता रहा है कि कहीं उनकी गाड़ी कमाई निजी कंपनियों में तो निवेश नहीं हो गई है। इसे लेकर शिक्षक डीआईओएस कार्यालय में भी संपर्क कर रहे हैं।
इस संबंध में डीआईओएस संतप्रकाश का कहना है कि यूपी के करीब आठ जिलों में इस तरह का मामला सामने आया है। इन जिलों में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई भी हो गई है। हाथरस में इस तरह का मामला नहीं है।