दिल्ली| केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा को हटाने की तैयारी में हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 25 अगस्त को गृहमंत्री राजनाथ सिंह के कश्मीर दौरे के बाद वोहरा को हटाने की चर्चाएं शुरू हुई हैं। कश्मीर में पिछले 51 दिनों से तनाव की स्थिति है। 8 जुलाई को हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के एक मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से ही घाटी में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। अब तक हुई हिंसा में 70 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जबकि एक हजार से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वोहरा के संभावित उत्तराधिकारी के तौर पर 3 रिटायर्ड जनरल और 2 पूर्व राज्यपालों के नामों की चर्चा चल रही है। जिन नामों पर चर्चा चल रही है उनमें बीजेपी के बुजुर्ग नेता मेजर जनरल (रिटा.) भुवन चंद्र खंडूरी, पूर्व गृह सचिव अनिल बैजल, लेफ्निनेट जनरल (रिटा.) सैयद अता हसनैन और जनरल (रिटा) वेद प्रकाश मलिक शामिल हैं। इनके अलावा मिजोरम के पूर्व राज्यपाल अमोलक रतन कोहली और दिल्ली के पूर्व उप राज्यपाल विजय कपूर के नामों की भी चर्चा है।
मौजूदा राज्यपाल एनएन वोहरा पूर्व नौकरशाह हैं। 1997 से 1998 तक वह प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव भी रह चुके हैं। उन्हें 2007 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। 1989 में जम्मू-कश्मीर में उग्रवाद के उदय के बाद वह पहले सिविलियन गवर्नर हैं। जगमोहन के कार्यकाल के बाद और वोहरा के कार्यकाल के पहले सिर्फ सेना से सेवानिवृत्त अधिकारी ही जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल बनाए गए। वोहरा को 2008 में जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल बनाया गया। 2013 में उन्हें दूसरे कार्यकाल के लिए नियुक्त किया गया।