अमृतसर। यहां बस अड्डा के पास एक होटल के कमरे में साइप्रस से लौटे एनआरआइ युवक की मौत हो गई। बताया जाता है कि उसकी माैत नशे के आेवरडोज के कारण हुई है। वह होटल के कमरे में अपनी फेसबंक प्रेमिका के साथ था। युवराज सिंह नामक यह युवक कई दिनों से होटल में रुका हुआ था। उसकी प्रेमिका ने दावा किया है कि उनकी शादी हो चुकी थी।
युवक की प्रेमिका राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की रहनेवाली बताई जाती है। रामबाग थाने के अतिरिक्त प्रभारी सब इंस्पेक्टर तलविंदर सिंह ने बताया कि दोनों परिवारों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पुलिस के मुताबिक, अजनाला के दुधराला गांव निवासी युवराज सिंह अपनी पत्नी और पांच साल के बेटे के साथ कुछ सालों से साइप्रस में रह रहा था। कुछ समय पहले उसकी पहचान फेसबुक के माध्यम से राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की रहनेवाली युवती से हुई।
युवती की एक बेटी है और वह मायके में रहती है। उसका पति से तलाक हो चुका है। एक महीना पहले युवराज सिंह विदेश से आया था। उसने प्रेमिका से 5 जून को अमृतसर के होटल में मिलना तय किया उसी दिन दोनों ने बस अड्डे के पास स्थित डीएस होटल में कमरा लिया और वहां तभी से ठहरे हुए थे।
युवराज के पिता बगीचा सिंह को बेटे के इस संबंध के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। शनिवार दोपहर को युवराज की होटल के कमरे में बने टॉयलेट में मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक वह टॉयलेट गया था। उसने काफी देर का टॉयलेट का दरवाजा नहीं खोला तो उसकी प्रेमिका ने दरवाजा खटखटाया। उसने इसके बाद भी दरवाजा नहीं खोला तो युवती ने होटल के स्टाफ को इस बारे में सूचित किया।
जांच अधिकारी तलविंदर सिंह ने बताया कि जैसे ही दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर युवराज मृत पड़ा हुआ था और पास में नशे के टीके और दवाएं पड़ी हुई थीं। दूसरी ओर, युवती ने बताया कि कुछ दिन पहले ही युवराज ने उसके साथ शादी की थी। अपनी जिंदगी के बारे में युवराज ने उसके साथ कभी कोई बात नहीं की थी।
हेरोइन के इंजेक्शन से दो बच्चों के पिता की मौत, तीन पर केस
भिखीविंड : खेमकरण क्षेत्र के गांव बलेहर निवासी दो बच्चों के पिता गुरजीत सिंह की हेरोइन के टीका लेने से मौत हो गई। पुलिस ने टीका लगाने वाले तीन युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। गांव बलेहर निवासी विरसा सिंह ने बताया कि उसके लड़के गुरजीत सिंह को नशे की लत थी। गुरजीत का लुधियाना के नशा छुड़ाओ सेंटर से इलाज करवाया गया, लेकिन नशेड़ी दोस्तों ने उसका पीछा साथ नहीं छोड़ा। शुक्रवार शाम पांच बजे उसे घर से दलबीर सिंह, हरबीर सिंह व लवप्रीत सिंह निवासी भिखीविंड ने बुलाया।
गुरजीत इनके साथ बाहर चला गया। विरसा सिंह के पोते गुरलाल सिंह ने देखा कि उसके चाचा को उक्त व्यक्ति मोटरसाइकिल पर गांव के बाहर ले जा रहे थे। रास्ते में गुरजीत सिंह को फेंककर युवक फरार हो गए। विरसा सिंह ग्रामीणों को साथ ले मौके पर पहुंचे तो गुरजीत की नशे की अधिक डोज के कारण मौत हो चुकी थी। विरसा सिंह ने बताया कि पता चला है दलबीर सिंह, हरबीर सिंह व लवप्रीत सिंह ने गुरजीत सिंह को हेरोइन का इंजेक्शन लगाया था। थाना भिखीविंड की पुलिस ने तीनों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।