पाकिस्तान से संचालित आतंकी संगठनों के लिए फंड जुटाने वाले मॉड्यूल के सरगना रमेश शाह की जड़ें कानपुर परिक्षेत्र में भी होने के पर्याप्त सुबूत मिले हैं। कानपुर एटीएस के डीएसपी मनीष सोनकर की टीम ने इन्हीं सुबूतों व इनपुट के बाद रमेश को पुणे से पकड़ा। रमेश की गिरफ्तारी के बाद कानपुर सुरक्षा एजेंसियों की टॉप लिस्ट में आ गया है।
गिरफ्तार किया गया रमेश लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहा था। शहर में आतंकियों के पुराने कनेक्शन के चलते महाराष्ट्र से रमेश शाह के पकड़े जाने के बाद स्थानीय खुफिया को अलर्ट कर दिया गया है। वैसे भी आयुध निर्माणियों के साथ ही प्रौद्योगिकी संस्थान, एयरपोर्ट और गैस प्लांट सरीखे अहम संस्थानों की वजह से कानपुर स्लीपिंग मॉड्यूल्स की सक्रियता का केंद्र बन गया है। खुफिया रिपोर्ट और शहर में पकड़े गए आतंकी, पाकिस्तान एजेंट और नक्सली से इसकी पुष्टि भी होती है। रमेश भी आतंकी गतिविधियों में संलिप्त लोगों को पैसा व उनकी जरूरत का सामान उपलब्ध कराता था। कानपुर परिक्षेत्र में उसकी सक्रियता की बात खुरासान माड्यूल पकड़े जाने के बाद सामने आई। एटीएस सूत्रों के मुताबिक शहर में पाकिस्तानी एजेंट, स्लीपिंग मॉड्यूल्स की गतिविधियों और टेरर फंडिंग के पुख्ता सुबूत के बाद एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (एटीएस) टीम की गतिविधियां बढ़ा दी गई हैं। सात मार्च 2017 को भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में जबड़ी रेलवे स्टेशन के पास हुए विस्फोट का मास्टर माइंड गौस मोहम्मद, मो. दानिश व आतिफ जाजमऊ के रहने वाले हैं। मुठभेड़ में मारा गया सैफुल्लाह भी इसी इलाके का था। इनके साथियों में सैयद मीर हुसैन कन्नौज का है। गौस शहर में खुरासान माड्यूल के माध्यम से आतंकियों की पाठशाला चला रहा था, जिसमें शहर व आसपास के करीब 75 लोग शामिल हो रहे थे। हालांकि एटीएस उन्हें मुख्यधारा में वापस ले आई। इसके बाद से एटीएस शहर के मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों व सुनसान स्थानों पर बने धार्मिक स्थलों पर नजर बनाए हुए है।
शहर में पकड़े गए संदिग्ध आतंकी
-11 सितंबर 2009 को आइएसआइ एजेंट इम्तियाज सचेंडी से गिरफ्तार।
-27 सितंबर 2009 को बिठूर से आइएसआइ एजेंट वकास की गिरफ्तारी।
-18 सितंबर 2011 को रांची निवासी आइएसआइ एजेंट फैसल रहमान उर्फ गुड्डू को एटीएस ने गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तान भेजने के आरोप में रेलबाजार से किया गिरफ्तार।
-जुलाई 2012 में सेंट्रल स्टेशन से फिरोज नाम के संदिग्ध की गिरफ्तारी।
-अप्रैल 2014 को पटना में विस्फोट करने वाले एक संदिग्ध को पनकी स्टेशन के पास से एटीएस ने पकड़ा।
-मार्च 2017 में भोपाल में ट्रेन में ब्लास्ट करने वाले आतंकी गिरोह खुरासान माड्यूल के तीन आतंकी गिरफ्तार।