ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में एच1 बी वीजा के लिए लगाई गई नई पाबंदियों को बेहतर बताया है। यूएस अधिकारियों का कहना है कि इस फैसले से शानदार और प्रतिभाशाली लोग आकर्षित होंगे। एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि यूएस एच1 बीच विदेशी वर्कर वीजा (US H-1B foreign workers visa) में जो बदलाव हुए हैं उससे पूरी दुनिया में रह रहे प्रतिभाशाली लोगों के आकर्षित होने में मदद मिलेगी।
बता दें कि ट्रंप प्रशासन ने स्थानीय कामगारों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चुनाव से पहले एच1बी वीजा को लेकर नई पाबंदियां लगाई हैं। माना जा रहा है कि अमेरिकी सरकार के इस कदम से भारत के हजारों आइटी (सूचना प्रौद्योगिकी) पेशेवर प्रभावित होंगे। नए प्रतिबंधों के संबंध में बताया गया है कि इसका उद्देश्य योग्य अभ्यर्थियों को एच1बी वीजा देना है। नया नियम 60 दिनों में प्रभावी होगा।
राष्ट्रपति चुनाव से पहले लिया फैसला
अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी विभाग पिछले दिनों घोषित अंतरिम नियम से ‘विशेष व्यवसाय’ की परिभाषा का दायरा संकुचित कर दिय जाएगा। खास बात यह है कि कंपनियां विशेष व्यवसाय की परिभाषा के आधार पर ही बाहरी कर्मचारियों के लिए एच1बी वीजा का आवेदन करेगी। बता दें कि ट्रंप सरकार ने यह बदलाव ऐसे समय किया है, जब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में चार सप्ताह से भी कम का समय बचा हुआ है।
होमलैंड सिक्योरिटी विभाग की एक्टिंग सेक्रेटरी चैड वुल्फ ने बताया था कि सरकार कानून के दायरे में अमेरिकी कामगारों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएंगी। एच1 बी एक गैर आव्रजन वीजा है, जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को ऐसे विशेष व्यवसायों में नियुक्त करने की अनुमति देता है, जिनमें सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है।