जहां एक तरफ देश के लिए क्रिकेट खेल रहे खिलाडियों पर करोड़ो की बरसात हो रही है! वही देश का एक वीर सपूत धुल छान रहा है! जिसे देखने के बाद आपको शर्म जरुर आने वाली है! इनका नाम है भालजी डामोरन! जो गुजरात है है जो कि नेत्रहीन है! और फ़िलहाल अपने ही गाँव में रहकर के भैंसे चराते है! और अपने परिवार का भरण पोषण करते है! वो एक समय में भारत के लिए वर्ल्ड कप में खेल चुके है और उस दौर के हीरो कहलाये गये!
World Cup Winner-
गुजरात से आने वाले इस नेत्रहीन क्रिकेटर ने अब तक कुल 125 क्रिकेट मैच खेले है! जिसमे उन्होंने 150 मैच खेले है और 3 हजार से भी अधिक रन बनाकर के रिकोर्ड कायम किया है! और इस कारण से उन्हें कई अवार्ड्स से भी सम्मानित किया गया है! जिसके बाद उन्हें उम्मीद थी कि उनकी लाइफ बन जायेगी लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ!
भालजी को लगता था! कि इसके बाद उनकी इतनी प्रतिष्ठा बन जायेगी! और साथ ही साथ उन्हें विकलांग और स्पोर्ट्स कोटा भी मदद कर देगा! तो उनकी लाइफ बन जाएगी! लेकिन ऐसा कुछ भी नही हुआ और उम्र के साथ उनका करियर ख़त्म हो गया! और उन्हें दुबारा गाँव में उसी जगह पर लौटना पडा जहां से उन्होंने शुरूआत की थी! और दुबारा कोई उन्हें झाँकने तक नही आया अब फिलहाल वो उम्मीद कर रहे है! कि उन्हें सरकार की तरफ से कोई न कोई मदद होगी! या फिर इसी कोटे के तहत कोई नौकरी मिल जाये तो उनके जीवन स्तर में कुछ सुधार आएगा!
भालजी देश के अनमोल रत्न है! जो नेत्रहीन होते हुए भी देश के लिए कितना कुछ कर गये? ये वाकई में गर्व का विषय होना चाहिए! लेकिन सरकार और प्रशासन अभी तक भालजी को बदले में कुछ दे नही पाया है ये शर्म का विषय है!