आजकल बढ़ते अपराध के मामले सभी को हैरान परेशान कर रहे हैं. ऐसे में एक जो मामला सामने आया है वह अन्धविश्वास का है. इस मामले में सुपौलका में एक व्यक्ति अंधविश्वास की भेंट चढ़ गया. यहाँ लोग गोसाई और देवी की कृपा को लेकर उस कार्य को बढ़ाने में साथ दे दिए जो उसके जान की दुश्मन बन गयी.
यह मामला त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के लालपट्टी गांव का बताया जा रहा है. इस मामले में 24 मई को कथित तांत्रिक अजय स्वर्णकार के द्वारा गोसाई खेलते समय पिटाई से स्थानीय निवासी दीपनारायण मेहता गंभीर रूप से जख्मी हो गया.दीपनारायण मेहता को उसके बाद गंभीर अवस्था में कई जगह इलाज करवाया लेकिन उसे इतना गहरा जख्म था कि उसकी मौत मंगलवार को इलाज के क्रम में पटना में हो गयी और इसके बाद मृतक के घर कोहराम मच गया है. प्रत्यक्षदर्शी मृतक की पत्नी मंजू देवी ने बताया कि उस दिन वह घर के आगे गेहूं सूखा रहा था और उसी दौरान काली मंदिर में पूजा कर रहे भगत कथित तांत्रिक अजय स्वर्णकार खड़ग यानी तलवार से पूजा खेल रहे थे.
इस दौरान कथित तांत्रिक अजय स्वर्णकार उसके घर पहुंच गया और उसके पति दीपनारायण मेहता के ऊपर तलवार से वार कर जमीन पर गिरा दिया और कथित तांत्रिक अपने घुटनों के बल उसके छाती पर बैठ गया और पूरे शरीर पर दबाव देने लगा. इस दौरान तलवार से भी वार करना चाहा लेकिन जैसे ही तांत्रिक ने तलवार से दीपनारायण मेहता के गर्दन पर वार करना चाहा तो बीच बचाव को पहुंची मृतक की पत्नी मंजू देवी ने कथित तांत्रिक का हाथ जबरन पकड़ लिया और किसी तरह अपने पति दीप नारायण मेहता को उक्त तांत्रिक के चंगुल से बचा कर गंभीर रूप से घायल अपने पति दीप नारायण मेहता को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज ले गयी, जहां डॉक्टरों ने नाजुक स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर कर दिया. काफी समय इलाज के बाद देर रात मंगलवार को दीपनारायण की मौत पटना में ईलाज के दौरान हो गई. अब इस मामले में जांच जारी है.