एजेंसियों को मसूद अजहर के अन्य तीन ठिकानों के बारे में पता चला है जो उसी प्रांत में हैं। यह बहावलपुर के कैसर कॉलोनी, खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू में मदरसा बिलाल हब्शी और लक्की मारवत का मदरसा मस्जिद-ए-लुकमान में स्थित हैं। यह जानकारी इसलिए भी काफी प्रासंगिक हो जाती है क्योंकि वित्तीय कार्रवाई कार्यबल की रविवार को पेरिस में बैठक होनी है। कई रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान कह सकता है कि मसूद अजहर लापता है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, जैश द्वारा पिछले साल फरवरी में अंजाम दिए गए पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को डोजियर सौंपा था। जिसके अनुसार 2016 में पठानकोट एयरबेस पर किए गए जैश के हमले की जांच के दौरान पाए गए मोबाइल नंबरों में से एक सीधे तौर पर बहावलपुर आतंकी फैक्ट्री से जुड़ा हुआ था। अजहर भारत में कई आतंकी घटनाओं का मास्टरमाइंड है। खुफिया सूत्रों के अनुसार अजहर का स्वास्थ्य काफी खराब है। जिसकी वजह से उसके भाई अब्दुल रौफ असगर ने आतंकी संगठन जैश की जिम्मेदारी ले ली है।
जहां पाकिस्तान की अदालत ने पिछले हफ्ते आतंकी वित्तपोषण के आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद और उसके सहयोगियों को साढ़े पांच साल की सजा सुनाई है। वहीं मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर और जकीउर रहमान लखवी के खिलाफ पर्याप्त कार्रवाई न करने को लेकर उसकी आलोचना होती रहती है। भारतीय खुफिया एजेंसी और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के अनुसार अजहर एक गंभीर बिमारी से जूझ रहा है।