पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की विधानसभाओं को भंग करने की धमकी दी है। इमरान खान ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि अगर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली संघीय सरकार बातचीत के जरिए मसलों का समाधान कर आम चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं करती है तो वह पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की विधानसभाओं को भंग कर देंगे।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के प्रमुख खान (70) ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि उनके नेता प्रांतीय विधानसभाओं से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने राजधानी इस्लामाबाद के लिए मार्च करने के आह्वान को यह कहते हुए वापस ले लिया था कि इसके गंभीर परिणाम होंगे। खान ने कहा, ‘इन सब पर विचार करते हुए, मैंने फैसला किया है कि या तो वे हमारे साथ बातचीत कर चुनाव की तारीख तय करें या मान लीजिए कि पाकिस्तान के लगभग 66 प्रतिशत क्षेत्र-खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब में-अगर हम विधानसभाओं को भंग कर देते हैं तो चुनाव होंगे।’
खान की पार्टी ‘पीटीआई’ पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और गिलगित-बाल्टिस्तान प्रांत में सत्ता में है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेतृत्व वाली संघीय सरकार ने पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में ‘गवर्नर’ शासन लगाने की चेतावनी दी है।
इस बीच, पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने बातचीत के लिए खान की पेशकश का स्वागत किया। उन्होंने कहा, ‘जब राजनीतिज्ञ कुछ करने की ठान कर बैठते हैं, तो मसले सुलझ जाते हैं।’ खान को नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद इस साल अप्रैल में प्रधानमंत्री के पद से हटा दिया गया था। खान पाकिस्तान में नए सिरे से आम चुनाव की मांग कर रहे हैं। हालांकि, प्रधानमंत्री शरीफ के नेतृत्व वाली संघीय सरकार अब चुनाव कराने का विरोध कर रही है।मौजूदा नेशनल असेंबली का कार्यकाल अगस्त 2023 में समाप्त होगा।