वैज्ञानिकों ने एक ऐसी बैटरी बनाने में कामयाबी पाई है जो एक बार चार्ज होने के बाद लगातार पांच दिनों तक आपके स्मार्टफोन को पावर दे सकती है। इतना ही नहीं, लिथियम और सल्फर से बनी इस बैटरी के बड़े स्वरूप को यदि आप एक बार फुल चार्ज कर देते हैं तो इससे किसी इलेक्ट्रिक वाहन को 1,000 किमी तक आसानी से चलाया जा सकता है।
ऑस्ट्रेलिया के मोनाश विश्वविद्यालय की शोधकर्ता महदोखत शाबानी व उनके सहयोगियों ने लिथियम -आयन बैटरी की तुलना में पांच गुना अधिक क्षमता वाली लिथियम-सल्फर बैटरी विकसित की है।
इस बैटरी की खासियत है कि बार-बार चार्ज करने पर भी इसकी ऊर्जा देने की क्षमता में कमी नहीं आती, यानी 200 बार चार्ज करने पर भी इसकी ऊर्जा देने के क्षमता 99 फीसदी बनी रहती है।
वहीं, लिथियम-आयन बैटरी को बार-बार चार्ज करने पर उसकी क्षमता घटती जाती है। लिथियम-सल्फर से बनी बैटरी उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स में उपयोग के लिए अव्यावहारिक मानी जाती थी, क्योंकि इससे बनी बैटरी के साथ सबसे बड़ी चुनौती कैथोड की अस्थिरता रही है, लेकिन अब शोधकर्ताओं ने इसका हल खोज लिया है। उन्होंने ऐसा लचीला कैथोड विकसित किया है जो चार्ज होने पर आकार में होने वाले विस्तार और संकुचन से होने वाले परिवर्तन को रोकने में सक्षम है।
बेहद सस्ती होगी लिथियम-सल्फर से बनी बैटरी
लिथियम-सल्फर से बैटरी बनाने वाली वैज्ञानिक महदोखत शाबानी ने कहा, यह बैटरी सल्फर-आयन से बनने वाली बैटरी से पांच गुना अधिक शक्तिशाली है। इससे अब स्मार्टफोन से लेकर इलेक्ट्रिक वाहनों तक के लिए बेहद बैटरी बनाई जा सकती है। क्योंकि सल्फर काफी मात्रा में उपलब्ध है और यह काफी सस्ती भी है।