पंजाब में घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को प्रति माह 300 यूनिट जबकि 2 माह में 600 यूनिट मुफ्त बिजली की सुविधा दी जा रही है, लेकिन शहर के कई इलाकों में बिजली बिल न मिलना उपभोक्ताओं के लिए असमंजस की स्थिति पैदा कर रहा है। विभिन्न इलाकों के उपभोक्ताओं द्वारा बिल न बनने के बारे में शिकायतें की जा रही है। लेकिन शिकायत किए हफ्तों का समय बीत जाने के बावजूद बिल बनाने के लिए कर्मचारी मौके पर नहीं आ रहे। कई इलाकों में 2 माह से अधिक का समय हो चुका है, लेकिन बिलिंग न होना उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन रहा है।
बताया जा रहा है कि बिलिंग करने वाली कंपनी के पास कर्मचारियों का अभाव है जिसके चलते कई इलाकों में बिल नहीं बन पाए हैं। ऐसे में पावरकॉम अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए। कई सीनियर सिटीजन उपभोक्ता शिकायत के लिए मौके पर नहीं जा सकते, जिसके चलते उनकी परेशानी और भी बढ़ रही है। मार्कीट में कई तरह की बातें सुनने को मिल रही है। उपभोक्ताओं को 600 यूनिट मुफ्त बिजली का लाभ लेने में दिक्कतें पेश आने की अफवाहों संबंधी बाजार गर्म है। उपभोक्ताओं को इन अफवाहों के बाजार से घबराने की जरूरत नहीं है। पावरकॉम द्वारा बनाए गए नियमों के मुताबिक 300 यूनिट बिजली को प्रतिदिन 10 यूनिट के हिसाब से गुणा किया जाता है और इसी प्रक्रिया से बिल बना है। उदाहरण के तौर पर यदि किसी उपभोक्ताओं का 25 दिन का बिल बनता है तो प्रतिदिन 10 यूनिट के हिसाब से उसके बिल में 250 यूनिट मुफ्त बिजली का सिस्टम लागू होगा। किसी उपभोक्ता का 2 माह बाद भी बिल नहीं बनाता तो भी उसपर भी मुफ्त बिजली का सिस्टम लागू होगा। किसी उपभोक्ता का 70 दिनों के बाद बिल बनता है तो 70 दिनों के हिसाब से उसके बिल में 700 यूनिट मुफ्त बिजली का सिस्टम लागू होगा। अफवाहों में आने से बचना चाहिए क्योंकि विभाग द्वारा इस समस्या का समाधान पहले की किया जा चुका है।
बिल न बनने पर सब-डिवीजन में करें शिकायत
जिन इलाकों में बिल न बनने की दिक्कतें पेश आ रही है, उन उपभोक्ताओं को अपनी सब-डिवीजन या डिवीजन ऑफिस में जाकर शिकायत करनी चाहिए। ताकि वरिष्ठ अधिकारियों को इस परेशानी का पता चल सके। पावरकॉम द्वारा शहर को 4 भागों में बांटा गया है, इसके मुताबिक 4 डिवीजन ऑफिस पूरे डिस्टीब्यूशन सिस्टम की निगरानी करते हैं। प्रत्येक डिवीजन ऑफिस में एक्सियन हैड होता है। इन 4 डिवीजन ऑफिस में शहर के अंदरूनी हिस्सों वाला अधिकतर इलाका मकसूदां (वैस्ट), इंडस्ट्री वाला इलाका पठानकोट चौक (ईस्ट), माडल टाऊन व उस हिस्से के लिए (बूटा मंडी) जबकि दीप नगर व रामा मंडी आदि के लिए कैंट डिवीजन (बडिंगा) शामिल है।
पावरकटों में 1912 नंबर न मिलना बन रहा परेशानी
वहीं पावरकॉम के शिकायत केन्द्र का नंबर 1912 नंबर न मिलने के चलते उपभोक्ताओं को कई तरह की परेशानी पेश आती है। इसी तरह से लद्देवाली यूनिवर्सिटी रोड पर आज दोपहर के समय घंटों तक बिजली गुल रही है, इस दौरान 1912 नंबर न मिलने के चलते उपभोक्ता आसानी से शिकायत भी नहीं लिखवा सके। उपभोक्ताओं का कहना है कि विभाग को इसका पक्का समाधान करवाना चाहिए।