मेरठ। कानपुर के निकट मौत की पटरी पर रेल दौड़ाने के बाद भी रेलवे की आंख नहीं खुल रही है। सोमवार की सुबह मेरठ के निकट एक बड़ा हादसा होने से टल गया। मेरठ-सहारनपुर रेलवे ट्रैक पर सकौती पुल के पार करते ही ट्रैक फ्रैक्चर होने से ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा।
सोमवार की सुबह ट्रैक फ्रैक्चर होने का पता तब चला जब देहरादून एक्सप्रेस के छह डिब्बे टूटे ट्रैक से गुजर गए। झटका लगने से टूटे ट्रैक का पता चला। आनन-फानन में ट्रेन रोकी गई। कुछ देर बाद चालक ने ट्रेन को धीमी गति से पार कराया और कैंट स्टेशन पर ट्रैक फ्रैक्चर होने की सूचना दी गई।
सूचना से कैंट स्टेशन पर हड़कंप की स्थिति बन गई। ट्रैक पर आ रही गोल्डन टेंपल सहित कई गाडिय़ों को रोका गया। साथ ही मेरठ से सहारनपुर के रस्ते में आने वाली ट्रेनों को भी सूचना देकर रुकवाया गया। उधर, मौके पर पहुंची रेलवे इंजीनियर्स की टीम ने टूट ट्रैक की मरम्मत कर ट्रेनों का संचालन शुरू कराया।
हालांकि रेलवे अफसर सुबह के समय ट्रैक फ्रैक्चर होने की बात कह रहे हैं, लेकिन संभावना है कि फ्रैक्चर रात में किसी समय हुआ था और इस दौरान टूटे ट्रैक से ट्रेनों का संचालन होता रहा। रेलवे की लापरवाही से बड़ा हादसा भी हो सकता था। कैंट स्टेशन अधीक्षक राजपाल सिंह ने बताया कि ट्रैक फ्रैक्चर होने का पता चलते ही इंजीनियर्स की टीम को मौके पर भेजकर ट्रैक की मरम्मत करा दी गई।