….उसने अपील की है कि उनके बीमार बुजुर्ग भाई को दबंगों के कब्जे से मुक्त कराया जाए: शाश्वत तिवारी

लखनऊ। एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गरीब असहाय लोगों की तुरंत पुलिस द्वारा मदद किए जाने को लेकर सख्त नजर आ रहे हैं, वही यूपी पुलिस आज भी कछुए की चाल से चल रही है, कई गंभीर मामलों में भी पुलिस समय से कार्यवाही नहीं कर रही जिससे उत्पीड़न का शिकार हो रहे गरीब असहाय ग्रामीण आज भी न्याय व पुलिस की मदद से बहुत दूर है।
इसका एक ताजा मामला सामने आया है। जमीन के लालच में दबंगों ने एक युवक को बंधक बना लिया और जबरन उसकी जमीन का सौदा अपने मनमाफिक कराना चाहते हैं। इस मामले में पीडि़त युवक की बहन ने पुलिस आयुक्त लखनऊ को प्रार्थना पत्र देकर अपने बुजुर्ग बीमार बड़े भाई की जान बचाने की गुहार लगाई है।
शिकायतकर्ता महिला का कहना है कि दबंग जमीन के लालच में उसके भाई की हत्या भी कर सकते हैं। उसने इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करके भाई को दबंगों के कब्जे से मुक्त कराने की गुहार लगाई है।
मामला लखनऊ के मोहनलालगंज थानाक्षेत्र से जुड़ा हुआ है। थानाक्षेत्र के पचौरी मजरा, हुलास खेड़ा निवासी जगन की दो संतानें हैं पुत्र राजकुमार और पुत्री शांति देवी। जगन और उसकी पत्नी की काफी समय पहले मृत्यु हो चुकी थी। शांति की शादी के बाद राजकुमार अपनी पत्नी के साथ रहता था, मगर उसकी पत्नी की भी मौत हो गई और अब वह अकेला रहता है। जिसके चलते गांव के ही कुछ दबंगों की नीयत उसकी जमीन और घर पर खराब हो गई। वे उसे हड़पना चाहते हैं। राजकुमार की बहन शांति ने इस मामले में पुलिस आयुक्त को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की है।
शांति ने बताया है कि गांव के ही उमाशंकर और गुरुप्रसाद दबंग किस्म के हैं और अपनी मां दुक्खादेवी के साथ मिलकर साजिश रच रहे हैं। शांति ने बताया कि उसके भाई के कोई संतान नहीं है और उन्होंने राजकुमार को घर में बंधक बना रखा है। जब वह अपने भाई से मिलने गांव पहुंची तो दबंगों ने उसे मारपीट कर भगा दिया और भाई से नहीं मिलने दिया। जब उसने भाई से मिलने की जिद की तो उसे झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर भगा दिया गया।
उसने पुलिस आयुक्त को भेजे गए शिकायती प्रार्थना पत्र में भाई की जान का खतरा बताया है। शांति के मुताबिक दबंगों ने उसके भाई की जमीन और मकान का सौदा कर दिया है और जबरन कागज पर निशान लेने की कोशिश रहे हैं। उसने अपील की है कि उसके भाई को दबंगों के कब्जे से मुक्त कराया जाए।

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