उन्नाव में पिछले सप्ताह दो लड़कियों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के मामले में कथित रूप से फर्जी खबरें फैलाने को लेकर आठ ट्विटर खातों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। जिन ट्विटर खातों के खिलाफ ‘‘प्राथमिकी दर्ज की गई है, उनमें वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त का समाचार पोर्टल ‘मोजो स्टोरी’ भी शामिल है। दत्त ने इस प्राथमिकी को ‘‘उत्पीड़न एवं परेशान करने का’’ मामला करार दिया।
‘मोजो स्टोरी’ के अलावा जनजागरण लाइव, आजाद सामाज पार्टी प्रवक्ता सूरज कुमार बौध, निलिम दत्त, विजय आम्बेडकर, अभय कुमार आजाद, राहुल दिवाकर और नवाब सतपाल तंवर ट्विटर खातों के खिलाफ रविवार को उन्नाव के सदर कोतवाली पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पाण्डेय ने बताया कि बबुरहा गांव में हुई घटना के मामले में आठ ऐसे ट्विटर खाते चिह्नित किए गये हैं, जिनके माध्यम से इस मामले में कथित रूप से गलत एंव भ्रामक सूचना फैलाई गयी थी।
उन्होंने बताया कि इन सभी ट्विटर खातों और इनके यूजर्स के खिलाफ सदर कोतवाली में प्रभारी निरीक्षक की तहरीर पर मामला दर्ज किया गया है। इस प्राथमिकी पर प्रतिक्रिया देते हुए दत्त ने कहा, ‘‘हमने घटना के सभी पक्षों की जानकारी देकर पत्रकारिता के सिद्धांतों का पालन किया। भारतीय दंड संहिता की ऐसी धाराएं लगाना डराने की कोशिश है, जिनके तहत कारावास की सजा हो सकती है। मैं इसका मुकाबला करने और अदालत में इसका सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हूं।’’
‘मोजो स्टोरी’ की संपादक ने आरोप लगाया कि उन्नाव पुलिस ने प्राथमिकी की प्रति भी देने से इनकार कर दिया, जिसके बिना कोई न्यायिक हस्तक्षेप के लिए अपील भी नहीं कर सकता। इससे पहले, उन्नाव जिले की पुलिस ने बबुरहा में दलित लड़कियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में ‘भ्रामक और अफवाह फैलाने’ वाला ट्वीट करने के आरोप में पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता उदित राज के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
गौरतलब है कि बबुरहा गांव में गत 17 फरवरी की शाम खेतों में घास लेने गईं तीन दलित किशोरियों के एक खेत में संदिग्ध अवस्था में बेसुध पाए जाने के बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था। चिकित्सकों ने दो लड़कियों को मृत घोषित कर दिया था, जबकि एक लड़की को गंभीर हालत में उन्नाव अस्पताल ले जाया गया था और उसे बाद में कानपुर रेफर कर दिया गया।