उन्नाव गैंगरेप मामले के कथित आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर के भांजे का बयान सामने आया है. जी न्यूज से बातचीत के दौरान विधायक के भांजे ने कहा, ‘हम नारको टेस्ट कराने के लिए तैयार हैं, हमें सरेंडर करने की खबरों पर गुमराह किया गया है.’ पीड़ित परिवार की ओर से दवाब बनाए जाने के आरोपों को भी विधायक के भांजे ने खारिज किया है. उन्होंने कहा, ‘हमने पीड़ित परिवार पर किसी तरह का दवाब नहीं बनाया है और ना ही हमारे परिवारवालों ने पीड़ित परिवार के लोगों से मुलाकात की है.’
DGP से मिलने पहुंची थी विधायक की पत्नी
इसी बीच आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर की पत्नी सुनीता बुधवार(11 अप्रैल) को डीजीपी से मुलाकात करने पहुंची. कुलदीप की पत्नी का कहना था कि उनके पति को इरादतन फंसाया जा रहा है और वे निर्दोष हैं. डीजीपी से मुलाकात से पहले न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत के दौरान सुनीता ने कहा, ‘मैं यहां अपने पति के लिए इंसाफ मांगने आई हूं.’
सीबीआई दिलाएगी मुझे इंसाफ
वहीं, पीड़िता ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत के दौरान पीड़िता ने कहा, “मेरे पिता की मौत के बाद भी कई सारे सवाल उठे हैं, मुझे इंसाफ कैसे मिलेगा. सीबीआई जांच ठीक है, लेकिन पहले विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को गिरफ्तार किया जाना चाहिए, क्योंकि जब तक वह सलाखों के बाहर रहेगा ना सिर्फ जांच पर इसका प्रभाव पड़ेगा बल्कि मेरे चाचा पर भी मौत का साया मंडराता रहेगा.”
सीबीआई तय करेगी आरोपी विधायक की गिरफ्तारी
उन्नाव गैंगरेप केस में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की गिरफ्तारी फिलहाल टलती दिख रही है. यूपी के डीजीपी ओपी सिंह और प्रधान गृह सचिव अरविंद कुमार ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेस के दौरान कहा है कि पीड़िता के आरोप के आधार पर बीजेपी विधायक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और मामला सीबीआई को सुपुर्द कर दिया गया है, अब विधायक की गिरफ्तारी होनी है या नहीं इस बात का फैसला सीबीआई को करना है.