पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में 5 फरवरी तक बारिश होने के आसार जताए गए हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और आस-पास के इलाकों में चक्रवाती तूफान पैदा हो गया है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी भी जारी है।
वहीं, इसके अलावा 3 फरवरी से पश्चिमी विक्षोभ शुरू हो रहा है जिसके चलते उत्तर पश्चिम भारत भी प्रभावित हो सकता है। वहीं, जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी होगी।
बर्फबारी के अलावा हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में गुरुवार को भारी बारिश भी हो सकती है। इसके अलावा पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में शुक्रवार को हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है, जो 3 से 4 फरवरी तक छिटपुट बारिश के रूप में जारी रह सकती है।
केदारनाथ में जमी बर्फ की मोटी चादर
उत्तराखंड में मौसम के बदले मिजाज के बीच वर्षा-बर्फबारी के साथ ही ओलावृष्टि का क्रम भी जारी है। बीते दो दिन से प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में रुक-रककर भारी हिमपात हुआ है। जबकि, निचले क्षेत्रों में झमाझम वर्षा और कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हुई है।
ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया है। बड़ी संख्या में सड़कें बंद हो गई हैं और करीब 100 से अधिक गांव का संपर्क कट गया है। मौसम के करवट बदलने से ज्यादातर क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में पांच से छह डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है।
शिमला, नड्डी और मैक्लोडगंज में हुई सीजन की पहली बर्फबारी
हिमाचल प्रदेश में वीरवार को भारी हिमपात-वर्षा ने किसानों-बागवानों सहित पर्यटन कारोबारियों को राहत दी है। सूखे की चपेट में आई फसलों व वार्षिक साढ़े चार हजार करोड़ रुपये की सेब आर्थिकी को संजीवनी और लोगों को शुष्क ठंड से राहत मिली है।
वीरवार को राजधानी शिमला व मैक्लोडगंज में सीजन का पहला हिमपात हुआ। पर्यटकों ने रिज मैदान पर हिमपात के बीच मस्ती की। पर्यटन स्थल धुंधी, गुलाबा में साढ़े तीन, सोलंग, कोठी व हामटा में तीन, पलचान में ढाई, कुलंग व मझाच में दो फीट, लाहुल के दारचा, जिस्पा, कोकसर, सिस्सू, गोंदला में डेढ़ से दो फीट बर्फ गिर चुकी है। मंडी के ऋषि पराशर में पांच से सात इंच बर्फ गिरी। चंबा के पोहलानी माता मंदिर, जोत, बड़ी जम्मूहार में 10 इंच से अधिक हिमपात हुआ।
बारिश के बाद से दिल्ली की हवा हुई साफ
दिसंबर और जनवरी में भले ही सूखा पड़ा हो, लेकिन फरवरी के पहले ही दिन महीने भर की वर्षा का रिकॉर्ड पूरा हो गया। अभी सप्ताहांत में और वर्षा होने के आसार हैं। मौसमी उतार चढ़ाव के बीच बृहस्पतिवार को तापमान में दिलचस्प अंतराल देखने को मिला।
सुबह का तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक रहा तो अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम। दूसरी तरफ झमाझम वर्षा से प्रदूषण की कमर भी टूट गई और दिल्ली का एक्यूआई दो पायदान नीचे मध्यम श्रेणी में पहुंच गया। बुधवार दोपहर बाद शुरू हुआ वर्षा का दौर बृहस्पतिवार को भी कायम रहा।
उत्तर प्रदेश में कैसा रहेगा मौसम?
उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड के बीच तेज हवाएं अब लोगों को परेशान कर रही है। गुरुवार को प्रदेश में मौसम ने करवट बदली और कई जगह पर बूंदाबांदी हुई। उत्तर प्रदेश में कल कई इलाकों में वर्षा हुई। इससे सर्दी का सितम तो बढ़ा, लेकिन गेहूं की फसल के लिए वर्षा का इंतजार कर रहे किसानों को राहत मिली है।
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में शुक्रवार और शनिवार को भी बारिश हो सकती है। कृषि विशेषज्ञ के अनुसार सर्दियों के दिनों में होने वाली वर्षा या बूंदाबांदी से रबी फसलों को बहुत फायदा होता है। इससे फसलों को पानी मिलता है, साथ ही पाला से सुरक्षा भी। गेहूं की फसल के लिए तापमान का कम होना आवश्यक होता है। वर्षा होने से तापमान में कमी आती है, जिससे फसल के लिए बेहतर वातावरण मिलता है।
बिहार में पड़ेगी कड़ाके की ठंड
राजधानी समेत प्रदेश के मौसम में तीन फरवरी के बाद बदलाव देखने को मिलेगा। तीन फरवरी को पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित करेगा। इसके कारण प्रदेश में 72 घंटों के दौरान पटना समेत अधिसंख्य भागों में आंशिक बादल छाए रहेंगे।
चार-पांच फरवरी को पटना सहित 23 शहरों के अलग-अलग स्थानों पर हल्की वर्षा का पूर्वानुमान है। वहीं तराई वाले इलाकों में बहुत घना कोहरा व राजधानी समेत अन्य भागों में हल्के दर्जे का कोहरा छाए रहने का पूर्वानुमान है।
पंजाब में शीतलहर और बारिश का प्रकोप
पंजाब में वीरवार को दूसरे दिन कई जिलों में तेज हवा के साथ वर्षा हुई और किसानों की उम्मीदों पर ओले पड़ गए। लगभग सात जिलों के कुछ हिस्सों में तेज ओलावृष्टि हुई है। ओलों से कई फसलों को नुकसान हो सकता है। लुधियाना में सर्वाधिक 30.4 एमएम वर्षा हुई।
सामान्य तौर पर फरवरी माह में 33.7 एमएम वर्षा होती है, लेकिन इस साल एक दिन में वर्षा ने रिकार्ड तोड़ दिया। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी कई जिलों में वर्षा हो सकती है। कई जिलों में धुंध के आसार हैं।
चढ़ते सियासी पारे के बीच सर्द हुई रांची
एक ओर जहां सूबे में चढ़ते सियासी पारे से माहौल गरमाया हुआ है। वहीं, दूसरी ओर राजधानी रांची समेत आसपास के जिलों में गुरुवार को हुई वर्षा से एक बार फिर मौसम सर्द हो गया। सियासी गलियारे में देर शाम तक उथलपुथल बनी रही तो इधर शाम ढलते ही लोग रजाई में दुबक गए। राजधानी समेत पूरे राज्य के कई हिस्सों को घने कोहरे ने अपने आगोश में ले लिया।
खराब मौसम के कारण फ्लाइट्स में हो रही देरी
पहाड़ों पर अब बर्फबारी हो रही है। जिसके कारण ठंड और कोहरा भी बढ़ गया है। कोहरे और बारिश के कारण लोगों को भी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं, दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर खराब मौसम के कारण उड़ान संचालन प्रभावित हुआ।