उत्तर प्रदेश विधानमंडल का विशेष सत्र, 36 से बढ़ाकर 48 घंटा करने की तैयारी…

राष्ट्रपतिा महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर प्रदेश में सतत विकास का लक्ष्य प्राप्त करने को लेकर उत्तर प्रदेश विधानमंडल का विशेष सत्र जारी है। विधान भवन में बीते 23 घंटा से लगातार चर्चा जारी है। यह विशेष सत्र 36 घंटा तक चलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 11 बजे विधान परिषद में  बोलेंगे।

सीएम योगी आदित्यनाथ देर रात दो बजे सदन से अपने सरकारी आवास गए। नौ दिन तक व्रत रहने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ प्रात: 4:30 बजे से पूजा पर बैठ गए। इसके बाद आठ से दस बजे तक आवास पर लोगों से मिलने के बाद 11 बजे से फिर सदन में पहुंच गए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा को संबोधित किया था और आज उनका संबोधन विधान परिषद में था।

विधान भवन में बुधवार से शुरू इस विशेष सत्र में चर्चा के बीच में कई बार संख्या बल भले ही कम रहा, लेकिन विधानसभा तथा विधान परिषद में चर्चा जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रात करीब 1:30 बजे सदन तथा दो बजे विधान भवन प्रांगण से बाहर निकले।

सुबह नौ बजे तक विधान परिषद में राज्य मंत्री मोहसिन रजा तथा विधानसभा में कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण का भाषण जारी था। प्रदेश में विकास का सतत लक्ष्य पाने को लगातार विधानसभा व विधान परिषद का विशेष सत्र चल रहा है।

पशुधन मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने किसानों की आय बढ़ाने के पशुपालन ओर मत्स्य पालन को बढ़ावा देने की योजनाओं के बारे बताया। उन्होंने कहा कि जापान के सहयोग से बराक मछली का उत्पादन बढ़ाया जाएगा। इनसे पहले कैबिनेट मंत्री मोती सिंह ने अपने विचार रखे। अधिष्ठाता के तौर पर विधायक सुरेश श्रीवास्तव पीठ पर विराजमान हैं।

गौ हत्या कम होने पर हुई अधिक बारिश

पशुधन राज्यमंत्री जयप्रकाश निषाद ने कहा कि जब से योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी है, अवैध बूचडख़ानों पर अंकुश लग है। इसकी वजह से गोहत्या के मामले में भारी कमी आई है। यही वजह है कि इस बार जमकर बारिश भी हुई। उन्होंने विभाग की उपलब्धियों का भी जिक्र किया।

निषाद ने कहा कि मछुआरों के हित में उनकी सरकार ने कई कदम उठाए हैं। मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार बकरी की प्रजनन क्षमता बढ़ाने पर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि शुरुआत में बकरी चार से पांच बच्चे देती थी, लेकिन वर्तमान में बकरी एक से दो बच्चे ही देती है। हमारी सरकार इस पर काम करवा रही है कि बकरी फिर से चार से पांच बच्चे दे। मंत्री के इस बयान से सदन में खूब ठहाका लगा।

विशेष सत्र में विधान परिषद में सुबह 5 बजे 16 सदस्य मौजूद थे। इसमें कैबिनेट मंत्री जय प्रताप सिंह व महेंद्र सिंह के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व परिषद सदस्य स्वतंत्र देव सिंह, राज्य मंत्री मोहिसन रजा, कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान, चेत नारायण सिंह, बुक्कल नवाब, चंद्रिका प्रसाद, अरुण पाठक, विजय बहादुर पाठक आदि शामिल रहे।

विधान सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रात 1.30 बजे तक रहे। तब सदस्यों की संख्या लगभग सौ थी। मुख्यमंत्री के जाने के बाद दो बजे तक 75 से भी कम सदस्य रह गए। इनमें आठ महिलाएं रहीं। संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना के साथ सहित गिनती के ही मंत्री सदन में मौजूद रहे। विधान परिषद में भी रात 12.30 बजे के आसपास तो 12 सदस्य ही बचे थे। रात दो बजे सदस्यों की संख्या 25 हुई। इसमे 9 मंत्री बाकी विधान परिषद 16 सदस्य थे।

इसमे उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, जय प्रताप सिंह, स्वामी प्रसाद मौर्य, राम नरेश अग्निहोत्री, कपिल देव अग्रवाल, संदीप सिंह आदि शामिल रहे। भाजपा अध्यक्ष और परिषद सदस्य स्वतंत्र देव सिंह भी देर रात ढाई बजे तक सदन में मौजूद रहे। मुख्यमंत्री रात लगभग सवा दो बजे विधानभवन से अपने आवास रवाना हो गए। तीन बजे के लगभग सदन में सदस्यों की संख्या 66 तक रह गई। साढ़े तीन बजे 54 सदस्य ही विधानसभा में रह गए।

विशेष सत्र में गैरहाजिर विपक्ष पर सीएम योगी आदित्यनाथ का तंज

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर सतत विकास का लक्ष्य पाने के लिए आहूत विशेष सत्र में शामिल न होकर विपक्ष ने बापू का अपमान किया। विपक्ष का रवैया महाभारत के दुर्योधन की तरह है जिसकी धर्म के बजाए अधर्म की ओर जाने की प्रवृत्ति दिखती है।

अपने करीब दो घंटे के संबोधन में मुख्यमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्धारित सतत विकास के 16 लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्धता जताते हुए केंद्र व प्रदेश सरकारों के इस दिशा में कार्य गिनाए। सत्र से गैरहाजिर सपा, बसपा और कांग्रेससदस्यों की निंदा करते हुए उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों को विकास विरोधी करार दिया। विशेष सत्र आहूत करने में सहमति जताने के बाद भी अनुपस्थित रहे विपक्ष से मुख्यमंत्री आहत दिखे। उन्होंने कहा कि चर्चा के लिए विपक्ष का नहीं आना गरीबों व किसानों का अपमान और सदन की अवमानना है। विकास पर मंथन विपक्ष को अच्छा नहीं लगा।

वंशवाद और जातिवाद की राजनीति करने वालों को वोट बैंक समाप्त होने का डर सताता है। जबकि इसी वर्ष लोकसभा के चुनाव में जनता ने बता दिया है कि अब जातियां सिर्फ वोट के लिए नहीं हैं। सभी विकास के साथ हैं, इस वजह से विपक्ष तिलमिलाया हुआ है। सच से मुंह मोडऩे वालों को जनता उचित समय पर सबक सिखा देगी।
महात्मा गांधी के साथ पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लालबहादुर शास्त्री का भी स्मरण करते हुए उन्होंने सतत विकास के 16 लक्ष्यों के बारे में विस्तार से बताया। कहा कि यूएनओ ने 2015 में लक्ष्य निर्धारित किए थे परंतु केंद्र में मोदी सरकार वर्ष 2014 से ही ज्यादातर पर गंभीरता से कार्य कर रही है। प्रदेश में भी 2017 में भाजपा सरकार बनने के बाद से लक्ष्य पूरे किए जा रहे हैैं। 

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com