उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने अपने विशेषज्ञों को बदलने का अहम निर्णय लिया है। आयोग जल्द नए विशेषज्ञों की नियुक्ति करेगा। इसके मद्देनजर आयोग की वेबसाइट में अलग-अलग विषयों के विशेषज्ञों से आवेदन मांगा गया है। यह पहला मौका है जब आयोग की वेबसाइट में आवेदन का प्रारूप अपलोड करके विशेषज्ञों से आवेदन मांगा जा रहा है। इसके पहले आयोग में बनी अलग-अलग समितियों के द्वारा विशेषज्ञों की नियुक्ति होती थी।
उप्र लोकसेवा आयोग की कार्यप्रणाली में निष्पक्षता, पारदर्शिता लाने की दिशा में लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। इसके मद्देनजर प्रतियोगी परीक्षाओं में व्यापक बदलाव किए गए हैं। परीक्षा में आने वाले पेपर के स्तर, आरक्षण व्यवस्था व अभ्यर्थियों की संख्या को लेकर आयोग पहले ही बदलाव कर चुका है। अब विशेषज्ञों की टीम नए सिरे से तय करने की तैयारी है। इसके पीछे बीती परीक्षाओं में होने वाला विवाद प्रमुख कारण माना जा रहा है।
पीसीएस, आरओ-एआरओ सहित कई परीक्षाओं का पेपर लीक होने, कापियों के मूल्यांकन में गड़बड़ी जैसे कई मामले सामने आए हैं, जिसमें विशेषज्ञों की भूमिका संदिग्ध मिली है। कई मामलों की जांच सीबीआइ द्वारा की जा रही है। इसके मद्देनजर विशेषज्ञों की टीम नए सिरे से गठित करने की दिशा में काम शुरू कर दिया गया है।
नई टीम जारी करेगी उत्तरकुंजी
यूपीपीएससी ने पीसीएस 2019 प्री परीक्षा का रिजल्ट सोमवार की रात घोषित कर दिया। इस बार नियम में बदलाव करते हुए उसकी संशोधित उत्तरकुंजी जारी नहीं की गई। जबकि अभी तक रिजल्ट के साथ संशोधित उत्तरकुंजी भी जारी होती थी। माना जा रहा है कि आयोग नए विशेषज्ञों की जल्द नियुक्ति करके उन्हीं से पीसीएस 2019 की उत्तरकुंजी जारी कराएगा।
यह है विशेषज्ञों का काम
यूपीपीएससी से जुड़ने वाले विशेषज्ञों की भूमिका अहम होती है। वह पेपर बनाने, परीक्षा की कापियों का मूल्यांकन करते हैं। आयोग की भर्ती परीक्षाओं में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों का इंटरव्यू विशेषज्ञ ही लेते हैं।