बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के 11963 शिक्षकों की आखिरकार एक साल के लंबे इंतजार के बाद पसंदीदा जिलों में तबादले की मुराद पूरी हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सचिवालय एनेक्सी स्थित अपने कार्यालय में परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की ऑनलाइन अंतर जिला तबादला प्रक्रिया का शुभारंभ किया। स्थानांतरित किये गए शिक्षकों में से 8918 प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापक हैं, जबकि 3045 प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापक हैं। मुख्यमंत्री ने स्थानांतरण की प्रक्रिया हर हाल में 30 जून तक पूरी करने का निर्देश दिया है। कहा कि जून के बाद कोई भी ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को सचेत किया कि छुट्टी, ट्रांसफर पोस्टिंग आदि के लिए शिक्षकों का धनदोहन कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसी शिकायतें मिलनेे पर जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। इन जिलों से नहीं स्थानांतरित किए शिक्षक भदोही, प्रतापगढ़, कानपुर नगर, इटावा, सुलतानपुर के प्राथमिक विद्यालयों में तैनात किसी शिक्षक का तबादला नहीं किया गया है। वहीं चंदौली, मुजफ्फरनगर, संभल, रायबरेली, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, औरैया, सीतापुर, पीलीभीत, हरदोई, कुशीनगर, बदायूं, श्रावस्ती, कासगंज, गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, सोनभद्र, शाहजहांपुर व लखीमपुर खीरी के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तैनात शिक्षक भी अन्यत्र नहीं भेजे गए हैं। वजह यह है कि इन स्कूलों में शिक्षकों के 15 फीसद से ज्यादा पद खाली हैं। इनके अलावा प्रदेश के आठ एस्पिरेशनल जिलों-सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, बहराइच, सोनभद्र, चंदौली, फतेहपुर, चित्रकूट, बलरामपुर से भी किसी शिक्षक को अन्य जिले में स्थानांतरित नहीं किया गया है। हालांकि इन जिलों में जाने के इच्छुक शिक्षकों का तबादला करने का निर्णय लिया गया है। 37396 शिक्षकों ने किया था ऑनलाइन आवेदन परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के ऑनलाइन अंतर जिला तबादले की प्रक्रिया तय करते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने 13 जून, 2017 को पहला शासनादेश जारी किया था। शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन लेने की प्रक्रिया 16 जनवरी से शुरू होकर 15 फरवरी, 2018 तक चली। इस समयावधि में कुल 37396 शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन किया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों की ओर से किये गए सत्यापन के बाद इनमें से 31513 आवेदन सही पाये गए।  वेटेज अंक के आधार पर हुए तबादले   अंतर जिला तबादले के लिए प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के 40766 तथा प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय व सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय के 6719 पद उपलब्ध थे। शासनादेश में दी गई व्यवस्था के अनुसार दिव्यांग/असाध्य/गम्भीर बीमारी/महिला अध्यापकों को उनकी सेवा के प्रत्येक पूर्ण वर्ष के लिए वेटेज अंक प्रदान किये गए। वेटेज अंक के आधार पर शिक्षकों की सूची सार्वजनिक की गई।  कूटरचना रोकने को क्यूआर कोड की व्यवस्था पहली बार यह व्यवस्था की गई है कि स्थानांतरण आदेश क्यूआर कोड के साथ उपलब्ध होगा जिससे किसी प्रकार की कूटरचना की गुंजायश न रहे। आवेदनकर्ता शिक्षक द्वारा अपना स्थानांतरण आदेश पैन संख्या और बैंक खाता संख्या का इस्तेमाल करते हुए देखा जा सकेगा और उसकी प्रति डाउनलोड की जा सकेगी। इस अवसर पर बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह, अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा राज प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। जुलाई के पहले हफ्ते में बंट जाएं किताबें मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि परिषदीय स्कूलों के सभी विद्यार्थियों को जुलाई के प्रथम सप्ताह में पुस्तकें, यूनिफॉर्म, जूते-मोजे आदि उपलब्ध करा दिये जाएं। गर्मियों की छुट्टियों के बाद स्कूल खुलने से पहले ग्राम पंचायत व ग्राम प्रधान के साथ मिलकर स्वच्छता अभियान चलाकर पूरे स्कूल की साफ-सफाई करा ली जाए। उन्होंने कहा कि स्कूल में पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए तथा टॉयलेट आदि की भी साफ-सफाई करवा ली जाए। बच्चों को मिड-डे मील उपलब्ध कराने की पूरी तैयारी पहले से ही कर ली जाए।

उत्तर प्रदेश में 11963 बेसिक शिक्षकों का एक से दूसरे जिले में तबादला

बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के 11963 शिक्षकों की आखिरकार एक साल के लंबे इंतजार के बाद पसंदीदा जिलों में तबादले की मुराद पूरी हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सचिवालय एनेक्सी स्थित अपने कार्यालय में परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की ऑनलाइन अंतर जिला तबादला प्रक्रिया का शुभारंभ किया। स्थानांतरित किये गए शिक्षकों में से 8918 प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापक हैं, जबकि 3045 प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापक हैं। मुख्यमंत्री ने स्थानांतरण की प्रक्रिया हर हाल में 30 जून तक पूरी करने का निर्देश दिया है। कहा कि जून के बाद कोई भी ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को सचेत किया कि छुट्टी, ट्रांसफर पोस्टिंग आदि के लिए शिक्षकों का धनदोहन कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसी शिकायतें मिलनेे पर जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के 11963 शिक्षकों की आखिरकार एक साल के लंबे इंतजार के बाद पसंदीदा जिलों में तबादले की मुराद पूरी हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सचिवालय एनेक्सी स्थित अपने कार्यालय में परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की ऑनलाइन अंतर जिला तबादला प्रक्रिया का शुभारंभ किया। स्थानांतरित किये गए शिक्षकों में से 8918 प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापक हैं, जबकि 3045 प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापक हैं। मुख्यमंत्री ने स्थानांतरण की प्रक्रिया हर हाल में 30 जून तक पूरी करने का निर्देश दिया है। कहा कि जून के बाद कोई भी ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को सचेत किया कि छुट्टी, ट्रांसफर पोस्टिंग आदि के लिए शिक्षकों का धनदोहन कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसी शिकायतें मिलनेे पर जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।  इन जिलों से नहीं स्थानांतरित किए शिक्षक  भदोही, प्रतापगढ़, कानपुर नगर, इटावा, सुलतानपुर के प्राथमिक विद्यालयों में तैनात किसी शिक्षक का तबादला नहीं किया गया है। वहीं चंदौली, मुजफ्फरनगर, संभल, रायबरेली, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, औरैया, सीतापुर, पीलीभीत, हरदोई, कुशीनगर, बदायूं, श्रावस्ती, कासगंज, गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, सोनभद्र, शाहजहांपुर व लखीमपुर खीरी के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तैनात शिक्षक भी अन्यत्र नहीं भेजे गए हैं। वजह यह है कि इन स्कूलों में शिक्षकों के 15 फीसद से ज्यादा पद खाली हैं। इनके अलावा प्रदेश के आठ एस्पिरेशनल जिलों-सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, बहराइच, सोनभद्र, चंदौली, फतेहपुर, चित्रकूट, बलरामपुर से भी किसी शिक्षक को अन्य जिले में स्थानांतरित नहीं किया गया है। हालांकि इन जिलों में जाने के इच्छुक शिक्षकों का तबादला करने का निर्णय लिया गया है।  37396 शिक्षकों ने किया था ऑनलाइन आवेदन  परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के ऑनलाइन अंतर जिला तबादले की प्रक्रिया तय करते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने 13 जून, 2017 को पहला शासनादेश जारी किया था। शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन लेने की प्रक्रिया 16 जनवरी से शुरू होकर 15 फरवरी, 2018 तक चली। इस समयावधि में कुल 37396 शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन किया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों की ओर से किये गए सत्यापन के बाद इनमें से 31513 आवेदन सही पाये गए।   वेटेज अंक के आधार पर हुए तबादले    अंतर जिला तबादले के लिए प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के 40766 तथा प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय व सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय के 6719 पद उपलब्ध थे। शासनादेश में दी गई व्यवस्था के अनुसार दिव्यांग/असाध्य/गम्भीर बीमारी/महिला अध्यापकों को उनकी सेवा के प्रत्येक पूर्ण वर्ष के लिए वेटेज अंक प्रदान किये गए। वेटेज अंक के आधार पर शिक्षकों की सूची सार्वजनिक की गई।   कूटरचना रोकने को क्यूआर कोड की व्यवस्था  पहली बार यह व्यवस्था की गई है कि स्थानांतरण आदेश क्यूआर कोड के साथ उपलब्ध होगा जिससे किसी प्रकार की कूटरचना की गुंजायश न रहे। आवेदनकर्ता शिक्षक द्वारा अपना स्थानांतरण आदेश पैन संख्या और बैंक खाता संख्या का इस्तेमाल करते हुए देखा जा सकेगा और उसकी प्रति डाउनलोड की जा सकेगी। इस अवसर पर बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह, अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा राज प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।  जुलाई के पहले हफ्ते में बंट जाएं किताबें  मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि परिषदीय स्कूलों के सभी विद्यार्थियों को जुलाई के प्रथम सप्ताह में पुस्तकें, यूनिफॉर्म, जूते-मोजे आदि उपलब्ध करा दिये जाएं। गर्मियों की छुट्टियों के बाद स्कूल खुलने से पहले ग्राम पंचायत व ग्राम प्रधान के साथ मिलकर स्वच्छता अभियान चलाकर पूरे स्कूल की साफ-सफाई करा ली जाए। उन्होंने कहा कि स्कूल में पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए तथा टॉयलेट आदि की भी साफ-सफाई करवा ली जाए। बच्चों को मिड-डे मील उपलब्ध कराने की पूरी तैयारी पहले से ही कर ली जाए।

इन जिलों से नहीं स्थानांतरित किए शिक्षक

भदोही, प्रतापगढ़, कानपुर नगर, इटावा, सुलतानपुर के प्राथमिक विद्यालयों में तैनात किसी शिक्षक का तबादला नहीं किया गया है। वहीं चंदौली, मुजफ्फरनगर, संभल, रायबरेली, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, औरैया, सीतापुर, पीलीभीत, हरदोई, कुशीनगर, बदायूं, श्रावस्ती, कासगंज, गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, सोनभद्र, शाहजहांपुर व लखीमपुर खीरी के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तैनात शिक्षक भी अन्यत्र नहीं भेजे गए हैं। वजह यह है कि इन स्कूलों में शिक्षकों के 15 फीसद से ज्यादा पद खाली हैं। इनके अलावा प्रदेश के आठ एस्पिरेशनल जिलों-सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, बहराइच, सोनभद्र, चंदौली, फतेहपुर, चित्रकूट, बलरामपुर से भी किसी शिक्षक को अन्य जिले में स्थानांतरित नहीं किया गया है। हालांकि इन जिलों में जाने के इच्छुक शिक्षकों का तबादला करने का निर्णय लिया गया है।

37396 शिक्षकों ने किया था ऑनलाइन आवेदन

परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के ऑनलाइन अंतर जिला तबादले की प्रक्रिया तय करते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने 13 जून, 2017 को पहला शासनादेश जारी किया था। शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन लेने की प्रक्रिया 16 जनवरी से शुरू होकर 15 फरवरी, 2018 तक चली। इस समयावधि में कुल 37396 शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन किया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों की ओर से किये गए सत्यापन के बाद इनमें से 31513 आवेदन सही पाये गए। 

वेटेज अंक के आधार पर हुए तबादले  

अंतर जिला तबादले के लिए प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के 40766 तथा प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय व सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय के 6719 पद उपलब्ध थे। शासनादेश में दी गई व्यवस्था के अनुसार दिव्यांग/असाध्य/गम्भीर बीमारी/महिला अध्यापकों को उनकी सेवा के प्रत्येक पूर्ण वर्ष के लिए वेटेज अंक प्रदान किये गए। वेटेज अंक के आधार पर शिक्षकों की सूची सार्वजनिक की गई। 

कूटरचना रोकने को क्यूआर कोड की व्यवस्था

पहली बार यह व्यवस्था की गई है कि स्थानांतरण आदेश क्यूआर कोड के साथ उपलब्ध होगा जिससे किसी प्रकार की कूटरचना की गुंजायश न रहे। आवेदनकर्ता शिक्षक द्वारा अपना स्थानांतरण आदेश पैन संख्या और बैंक खाता संख्या का इस्तेमाल करते हुए देखा जा सकेगा और उसकी प्रति डाउनलोड की जा सकेगी। इस अवसर पर बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह, अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा राज प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

जुलाई के पहले हफ्ते में बंट जाएं किताबें

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि परिषदीय स्कूलों के सभी विद्यार्थियों को जुलाई के प्रथम सप्ताह में पुस्तकें, यूनिफॉर्म, जूते-मोजे आदि उपलब्ध करा दिये जाएं। गर्मियों की छुट्टियों के बाद स्कूल खुलने से पहले ग्राम पंचायत व ग्राम प्रधान के साथ मिलकर स्वच्छता अभियान चलाकर पूरे स्कूल की साफ-सफाई करा ली जाए। उन्होंने कहा कि स्कूल में पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए तथा टॉयलेट आदि की भी साफ-सफाई करवा ली जाए। बच्चों को मिड-डे मील उपलब्ध कराने की पूरी तैयारी पहले से ही कर ली जाए।

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