मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा को जोडऩे वाला चंबल पुल रविवार की सुबह क्षतिग्रस्त हो गया। दक्षिण ओर से तीसरे पिलर पर पुल में छेद होने के कारण भारी वाहनों का आवागमन फिलहाल रोक दिया गया है। विभाग ने पुल की मरम्मत शुरू करा दी है। फिलहाल छोटे वाहनों को निकलने दिया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश जाने के लिए नेशनल हाईवे-92 पर उदी गांव के पास चंबल पुल रविवार को एक बार फिर क्षतिग्रस्त हो गया। दक्षिण की ओर से तीसरे पिलर के पास पुल में स्लैब का हिस्सा ढह गया और सरिया का जाल दिखने लगा। वाहन चालकों की सूचना के बाद पुलिस और विभागीय कर्मी पहुंच गए। तत्काल भारी वाहनों का आवागमन पुल से रोक दिया गया और ग्वालियर से आने वाले वाहनों को बाह के रास्ते मोड़ा गया। इटावा के रास्ते से जाने वाले वाहनों को लखना, चकरनगर, सिंडौस होकर या फिर कचौरा घाट होकर ग्वालियर के लिए डाइवर्ट किया गया। हालांकि अभी पुल से छोटे वाहनों का आवागमन जारी कर दिया गया है। एनएचएआइ के अधिकारियों ने पुल पर मरम्मत का काम शुरू करा दिया है।
पीएनसी के सीनियर इंजीनियर अशोक मिश्रा ने बताया कि मरम्मत के काम को दो दिन में पूरा कर लिया जाएगा। काम में बाधा न पड़े इसके लिए बड़े भारी वाहनों का आवागमन फिलहाल बंद किया गया है, छोटे वाहनों का आवागमन रहेगा। उन्होंने बताया कि पुल के क्षतिग्रस्त होल को ठीक कर लिया जाएगा। बताते चलें कि पिछले वर्ष 23 सितंबर 2018 को पुल के दूसरे व तीसरे पिलर के बीच में भी दरार आ गई थी। इसके कारण पुल को काफी दिनों के लिए बंद कर दिया गया था। ग्वालियर जाने वाले वाहनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था।