रुनीजा विश्राम गृह से व्हाया गजनी खेड़ी-मसवाड़िया मार्ग की सड़क प्रधानमंत्री सड़क योजना अंतर्गत बनी हुई है। इसकी हालत बड़ी दयनीय और जर्जर हो चुकी है। पूरे सड़क मार्ग पर गड्ढे हो चुके हैं। मुख्य मार्ग बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो गया है।
उज्जैन के बड़नगर में रुनीजा विश्राम गृह से व्हाया गजनी खेड़ी मसवाडिया मार्ग की सड़क प्रधानमंत्री सड़क योजना अंतर्गत बनी हुई है। इसकी हालत बड़ी दयनीय और जर्जर हो चुकी है। पूरे सड़क मार्ग पर गड्ढे हो चुके हैं। विशेष कर गजनी खेड़ी चारभुजा मंदिर से ग्राम पंचायत कार्यालय तक का मुख्य मार्ग बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो गया है। इस मार्ग पर यात्रा करने वाले राहगीरों को गड्ढों भरी सड़क पर यात्रा करना पड़ रही है।
लोगों का कहना है कि इस सड़क को बने काफी समय हो गया है। सड़क पूरी तरह उखड़कर बड़े गड्ढों में तब्दील हो गई है, जिससे राहगीरों व वाहन चालकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। गजनीखेड़ी सरपंच प्रतिनिधि कौटिल्य सिंह राठौर का कहना है कि सड़क की बदहाली को लेकर कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन किसी ने भी ध्यान नहीं दिया।
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत भी की। तब प्रधानमंत्री सड़क कार्यालय के महाप्रबंधक खान ने सड़क को ठीक करने का आश्वासन देकर शिकायत तो उठवा दी। उसके बाद भी कार्य प्रारंभ नहीं हुआ। सड़क की दयनीय स्थिति को देखते हुए पुन: गुहार लगाई तो महाप्रबंधक खान ने बताया कि रुनीजा विश्राम गृह से मसवाड़िया-गजनी खेड़ी मार्ग की सड़क का टेंडर हो चुका है। बारिश थमते ही रोड का डामरीकरण शीघ्र प्रारंभ करवा दिया जाएगा।
इसके साथ ही झारड़ा-बमनाई नलखेड़ा पहुंच मार्ग के बीच से गुजर रही छह लेन सड़क निर्माण के अंतर्गत बनाई पुलिया (अंडर पास) बारिश में यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों के लिए परेशानी का कारण बन गई है। छह लेन पुल के नीचे पानी निकासी नहीं होने से मोटर साइकिल वाहन छोटे चार पहिया वाहनों में घुस रहा है। वहीं, पैदल निकलने वालों को भी इसी पानी में से होकर निकलना पड़ रहा है। कई बार तो संतुलन बिगड़ने से वाहन चालक गिर जाते हैं। संबंधित जिम्मेदार निर्माण एजेंसी जल निकासी का उचित प्रबंधन कर लोगों को समस्या से निजात दिलवाना चाहिए।