देश में पिछले कुछ समय से केंद्र सरकार और कई कंपनियों द्वारा कैशलेस ट्रांसेक्शन को बहुत बढ़ावा दिया जा रहा है लेकिन आज भी देश की जनता का एक बहुत बड़ा वर्ग इस तकनीक से दूर है और जो इसका इस्तेमाल करते है वे भी हर जगह बिना कैश के काम नहीं चला सकते. लेकिन इस मामले में जनता को अब जल्द ही एक बड़ा झटका लग सकता है और भविष्य में कई मुश्किलों को सामना भी करना पड़ सकता है.
दरअसल देश में जल्द ही आधे से ज्यादा एटीएम बंद हो सकते है. इन एटीएम में शहरी और ग्रामीण दोनों छेत्रों के एटीएम शामिल हैं. इस बात का दावा एटीएम इंडस्ट्री की विभिन्न कंपनियों के सामूहिक संगठन कॉन्फिडरेशन (CATMi) ऑफ एटीएम इंडस्ट्री की ओर से पेश की गई एक रिपोर्ट में किया गया है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि देश में एटीएम सेवा देने वाली कंपनियों अगले साल मार्च महीने तक देश के तक़रीबन 1.13 लाख एटीएम को मजबूरन बंद करना पड़ सकता है.
CATMi ने अपनी इस आशंका की वजह बताते हुए कहा है कि देश में सरकार ने कुछ समय पहले ही एटीएम के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर अपग्रेड को लेकर कुछ नियम लागु किये है. CATMi के प्रवक्ता के मुताबिक इन नियमों का पालन करना और इसके साथ एटीएम को चलाना कंपनियों के लिए बेहद मुश्किल हो जाएगा. इसके साथ ही सरकार की ओर से नकदी प्रबंधन और कैश लोडिंग को लेकर भी कुछ बेहद कठोर और खर्चीले नियम लागु किये गए है. वैसे ही कई एटीएम कम्पनियाँ पहले ही नोटबंदी के बाद से घाटे की मार झेल रही हैं. ऐसे में कई कंपनियों के पास अपने आधे से ज्यादा एटीएम बंद करने के अलावा कोई और चारा नहीं बचेगा. ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा की मौजूदा सरकार देश को “कैश-लेस” बना कर ही मानेगी.