भारत ही नहीं अगर पूरे विश्व की बात कि जाए तो सभी लोगों को क्रिकेट से बेहद प्यार है. क्रिकेट के लिए लोग इतने दीवाने हैं कि मैच देखने के लिए कुछ भी करने को ऊतारू हो जाते हैं. क्रिकेट का क्रेज सबसे ज्यादा भारत में देखने को मिलता है. यहाँ लोग आईपीएल के इतने पागल हो जाते हैं कि उन्हें अपने आप की भी कोई प्रवाह नहीं होती है. आईपीएल में ज्यादातर भारत के लोगों की सबसे ज्यादा रूचि देखने को मिलती हैं.
हर देश की टीम जीतने के लिए करती हैं जी तोड़ मेहनत
क्रिकेट की दुनिया में हिस्सा लेने के लिए कई देश आते हैं जो मैच में जीतने के लिए अपनी पूरी जान लगा देते हैं. क्रिकेट के इस रोमांचित खेल में कई तरह के टूर्नामेंट होते हैं जिनमें से एक टेस्ट मैच भी शामिल है. 2018 के टेस्ट मैचों के लिए क्रिकेट के खिलाड़ियों की तैयारी जोरों पर है. इन्हीं टेस्ट मैचों के बीच एक ऐसी दुःख भरी खबर सामने आई है जिसने पूरे खेल जगत को सदमें में डाल दिया है.
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इस क्रिकेटर की मौत से खेल की दुनिया में पसरा सन्नाटा
आज हम आपको जिस क्रिकेटर की मौत के बारे में बताने जा रहे हैं उन्होंने क्रिकेट को एक नए मुकाम तक पहुंचाया है. इस क्रिकेटर के नाम से ही विरोधी खिलाड़ियों के रोंगटे खड़े हो जाते थे, इस खिलाड़ी का नाम है मुलुभा जडेजा. जानकारी के लिए आपको बता दें, यह पूर्व क्रिकेटर रह चुके हैं. अगर सूत्रों की माने तो मुगुला जड़ेजा ने 12 जून को आखिरी बार अपनी साँस ली थी.
टेस्ट मैच के दौरान आग तरह फ़ैली यह खबर
टेस्ट मैच के दौरान ही यह खबर पूरे खेल जगत में आग की तरह फ़ैल गई, सभी लोगों ने दो मिनट का मोन धारण करके मुलुभा जडेजा को शरधांजलि दी. मुलुभा जडेजा की उम्र लगभग 88 साल थी और वे सौराष्ट्र के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज थे. मुलुभा जडेजा ने साल 1945 से 1964 तक क्रिकेट की प्रथम श्रेणी में 31 मैच खेले हैं. मुलुभा ने 26.92 की औसत 1373 रन बनाए हैं. अपने पूरे करियर में उन्होंने 2 शतक और 7 अर्धशतक लगाए हैं. इसमें मुलुभा का हाई स्कोर 110 रन का रह चुका है.