भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के पूर्व प्रमुख शरद पवार ने कहा कि यह सचिन तेंदुलकर थे, जिन्होंने एमएस धौनी का नाम राष्ट्रीय कप्तानी के लिए आगे किया था। धौनी ने दिसंबर 2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया, लेकिन उन्होंने पहली बार 2007 में दक्षिण अफ्रीका में हुए टी20 विश्व कप में कप्तानी की थी, जहां टीम इंडिया चैंपियन बनी थी। उस टीम का हिस्सा वीरेंद्र सहवाग और युवराज जैसे खिलाड़ी भी थे।
शरद पवार, जिन्होंने 2005 से 2008 तक बीसीसीआइ अध्यक्ष के रूप में कार्य किया, उन्होंने उल्लेख किया कि राहुल द्रविड़ ने 2007 के इंग्लैंड दौरे के दौरान टीम इंडिया का नेतृत्व करने के लिए अनिच्छा दिखाई। इसके बाद पवार ने सचिन तेंदुलकर से अनुरोध किया, जिन्होंने इस प्रस्ताव को भी ठुकरा दिया। हालांकि, सचिन तेंदुलकर ने एमएस धौनी के नाम की सिफारिश कप्तान पद के लिए की थी। इस तरह धौनी को टी20 विश्व कप से पहले कप्तान बनाया गया।
एमएस धौनी को कप्तान बनाए जाने को लेकर शरद पवार ने स्पोर्ट्सकीड़ा से बात करते हुए कहा, “मुझे याद है कि भारत 2007 में इंग्लैंड गया था। उस समय राहुल द्रविड़ कप्तान थे। मैं तब इंग्लैंड में था और द्रविड़ मुझसे मिलने आए थे। उन्होंने मुझे बताया कि कैसे वे अब भारत का नेतृत्व नहीं करना चाहते। उन्होंने मुझे बताया कि कप्तानी उनकी बल्लेबाजी को प्रभावित कर रही है। उन्होंने मुझसे कहा कि उन्हें कप्तानी से राहत मिलनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “मैंने तब सचिन तेंदुलकर से टीम का नेतृत्व करने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने भूमिका से इनकार कर दिया। मैंने सचिन से कहा कि अगर आप और द्रविड़ दोनों टीम का नेतृत्व नहीं करना चाहते हैं, तो हम चीजों के बारे में कैसे जाएंगे? तब सचिन ने मुझसे कहा कि हमारे पास देश में एक और खिलाड़ी है, जो टीम का नेतृत्व कर सकता है और उसका नाम कोई और नहीं, बल्कि एमएस धौनी है। उसके बाद, हमने धौनी को नेतृत्व प्रदान किया गया।”