भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया में हाल ही में सम्पन्न हुई टी20 सीरीज़ को 1-1 से बराबर करने में कामयाब रही. लेकिन ऑस्ट्रेलिया में खेले गए क्रिकेट के इस छोटे फॉर्मेट में जिस एक खिलाड़ी की कमी टीम इंडिया के सभी फैंस को महसूस हुई वो कोई और नहीं बल्कि एमएस धोनी ही थे. धोनी लंबे वक्त बाद शॉर्टर फॉर्मेट की टीम से बाहर रहे हैं.
चयनकर्ताओं ने भविष्य को ध्यान में रखते हुए धोनी के स्थान पर युवा रिषभ पंत को इस दौरे पर टीम के साथ भेजा है. ऐसे में अगले साल होने वाले विश्वकप से पहले ऐसे भी कयास लगाए जाने लगे हैं कि क्या अगले साल 50 ओवर के विश्वकप में धोनी टीम इंडिया का हिस्सा होंगे या नही?
लेकिन इन सबके बीच टीम इंडिया के सफलतम कप्तानों में से एक रहे सौरव गांगुली ने धोनी का समर्थन करते हुए उन्हें एक सलाह भी दी है. दादा ने धोनी से कहा है कि ‘अगर वो शिर्ष स्तर पर लगातार प्रदर्शन करते हुए तो उन्हें कोई भी अगले साल का विश्वकप खेलने से नहीं रोक सकता.’
उन्होंने कहा, ‘जीवन में ऐसा होना चाहिए। आप जो भी काम करें, जहां भी हो और जिस भी उम्र में हो, आपके पास जितना भी अनुभव है, आपको शीर्ष स्तर पर प्रदर्शन करना होगा नहीं तो कोई और आपकी जगह ले लेगा.’
मैं धोनी को शुभकामनाएं देना चाहता हूं क्योंकि हम चाहते हैं कि चैम्पियन खिलाड़ी जब भी विदा ले तो वो अपने शीर्ष से जाए. लेकिन मुझे लगता है कि वो अब भी गेंद को स्टैंड्स में पहुंचा सकता है. वो एक बेहतरीन क्रिकेटर है.’
धोनी ने टीम इंडिया के लिए 515 अंतराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं. जिसमें उन्होंने 15 हज़ार से अधिक रन बनाए हैं. अकेले वनडे में उनके नाम 10,173. टेस्ट में 4876 और टी20 में 1487 रन शुमार हैं.
धोनी को आज भी वर्ल्ड क्रिकेट का सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर माना जाता है, उनकी चीते सी फुर्ति आज भी विरोधियों को जमने का मौका नहीं देती. धोनी की कप्तानी में भारत ने टी20 विश्वकप, क्रिकेट विश्वकप और चैम्पियंस ट्रॉफी समेत तीनों आईसीसी खिताब भी जीते हैं.