कांगो के एक नोबेल पुरस्कार विजेता डॉक्टर डेनिस मुकवेगे को जान से मारने की धमकी मिल रही है। डॉक्टर मुकवेगे कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य के पूर्वी हिस्से में यौन हिंसा की पीड़ित हजारों महिलाओं की मदद करने के लिये जाने जाते हैं। दशकों से वो इन महिलाओं के उत्थान के लिए काम करते रहे हैं और इनको हक दिलाने के लिए आवाज भी उठाते रहे हैं। देश में महिलाओं के प्रति बढ़ते शारीरिक शोषण, दुष्कर्म और मानव तस्करी के खिलाफ वो हर बार सामने आए हैं। वो लगातार इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने की भी आवाज उठाते रहे हैं। इसके चालते उनके ऊपर वर्ष 2010 में जानलेवा हमला भी हुआ था। इसके बाद भी वो रुके नहीं और अपनी आवाज को उठाते रहे।
उन्हें मिलने वाली धमकियों का दौर भी नया नहीं है। लेकिन अब उन्हें मिल रही धमकियों का शोर संयुक्त राष्ट्र में सुनाई देने लगा है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाशेलेट ने डॉक्टर मुकवेगे को मिल रही धमकियों की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने देश की सरकार और यूएन से सुरक्षा मुहैया करवाने की अपील भी की है। जिनेवा में यूएन ह्यूमन राइट चीफ स्पोक्सपर्सन रूपर्ट कॉलविले ने कहा कि उन्हें ज्यादातर सोशल मीडिया के माध्यम से इस तरह की धमकी दी जा रही हैं।
इसके अलावा उनके परिजनों को फोन करके भी धमकाया गया है। प्रवक्ता के मुताबिक मुकवगे काफी समय से कांगो के दक्षिण कीवू प्रांत में मानवाधिकार उल्लंघन का मुद्दा उठाते आए हैं। इसी वजह से उन्हें इस तरह की धमकी दी जा रही हैं। आपको बता दें कि इस क्षेत्र में मुख्य रूप से बनयामुलेन्गे समुदाय के लोगों का बाबेम्बे, बफूलीरू और बनयींडू समुदायों के लोगों से काफी समय से संघर्ष हो रहा है। इनके इस संघर्ष में बहुपक्षीय सशस्त्र गुट भी शामिल हैं।
रूपर्ट कॉलविले के मुताबिक इसके अलावा डॉक्टर मुकवेगे ने महिलाओं के संरक्षण के लिये जवाबदेही तय करने का जो अभियान चलाया है, उससे भी काफी लोग नाराज हैं जिसकी वजह से इस तरह की धमकियां उन्हें दी जा रही हैं। प्रवक्ता का कहना है कि कांगो की काफी महिलाओं का जीवन उन्होंने संवारा है। लिहाजा उन्हें सुरक्षा मुहैया करवानी चाहिए। मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाशेलेट ने एक वक्तव्य में कहा कि डॉक्टर डेनिस मुकवेगे के जीवन पर गंभीर संकट नजर आ रहा है। हालांकि कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य के राष्ट्रपति फेलिक्स शिसेकेदी ने सार्वजनिक रूप से डॉक्टर डेनिस मुकवेगे की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भरोसा दिलाया है।
यूएन मानवाधिकार प्रमुख ने डेनिस मुकवेगे की तारीफ करते हुए उन्हें एक सच्चा हीरो करार दिया है। उन्होंने कहा कि मुकवेगे ने तब महिलाओं की मदद की जब उनके साथ कोई नहीं था। डेनिस ने उनकी परेशानियों को दुनिया के सामने भी रखा। इतना ही नहीं मुकवेगे ने पूर्वी कांगो में शारीरिक शोषण को रोकने के लिए लोगों को भी जागरुक किया। मिशेल ने कांगो की सरकार से अपील की है कि वो उन लोगों का पता लगाएं जो उन्हें धमकी दे रहे हैं।