अब सीआईएसएफ व पीएसएस के जिम्मे होगी देश की संसद की सुरक्षा। दिल्ली पुलिस के साथ सीआरपीएफ को भी सुरक्षा से हटाया गया। करीब एक महीने से पूरी हुई यह प्रक्रिया।
13 दिसंबर 2001 में संसद पर आतंकी हमला और 13 दिसंबर 2023 को दो युवकों को संसद में घुसने के मामले सामने आने के बाद देश की किरकिरी कराने वाली व खुद को तेजतर्रार कहने वाली दिल्ली पुलिस की आखिरकार देश की संसद भवन की सुरक्षा से हटा दिया गया है। संसद की सुरक्षा में तैनात दिल्ली पुलिस की सुरक्षा यूनिट की विशेष विंग (संसद सेल) के 150 जवानों के बाद सभी जवानों को दिल्ली पुलिस में वापस बुला लिया गया है। दिल्ली पुलिस के साथ सीआरपीएफ को भी संसद भवन की सुरक्षा से हटा दिया गया है। अब केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) व संसद सुरक्षा सेवा (पीएसएस) देश के संसद भवन की सुरक्षा को संभालेंगे।
संसद भवन की सुरक्षा से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इससे पहले संसद भवन की सुरक्षा यूनिट संसद सुरक्षा सेवा के जिम्मे है। इसका प्रमुख संयुक्त सचिव स्तर का अधिकारी होता है और इस पद के लिए आईपीएस को डेपुटेशन पर भेजा जाता है। जिस के ऊपर लोकसभा स्पीकर होता है। इसके बाद दूसरे नंबर पर संसद की सुरक्षा में सीआरपीएफ की एक टुकड़ी को लगाया हुआ था। यह टुकड़ी मचान, मोर्चा व अन्य सुरक्षा देखती है। तीसरे नंबर पर दिल्ली पुलिस की सुरक्षा विंग है। इस यूनिट के पुलिस अधिकारी पीएसएस के साथ संसद के गेटों पर अंदर आने व जाने वाले की तलाशी लेने के अलावा बिल्डिंग का सुरक्षा का जिम्मा था।
इतनी सुरक्षा व्यवस्था होने के बाद संसद पर आतंकी हमले के बाद 13 दिसंबर, 2023 को दो युवक स्मोक केन लेकर संसद में घुस गए और दर्शक दीर्घा से नीचे कूद गए। इसके बाद संसद की सुरक्षा व्यवस्था को बदलने का फैसला लिया गया।
अब सीआईएसएफ व पीएसएस संभालेगी सुरक्षा
अब देश के संसद भवन की सुरक्षा सीआईएसएफ और पीएसएस संभालेगी। दिल्ली पुलिस व सीआरपीएफ को सुरक्षा से हटा दिया गया है। अब सीआईएसएफ पीएसएस के साथ धीरे-धीरे सुरक्षा व्यवस्था को अपने कब्जे में ले रही है। 1400 से अधिक सीआरपीएफ के जवानों की जगह सीआईएसएफ के 3300 से अधिक कर्मी आतंकवाद रोधी और अन्य सुरक्षा दायित्वों की जिम्मेदारी अपने हाथों में ले लेंगे।
पुलिस सूत्रों की माने तो सीआरपीएफ के संसद दायित्व समूह ने शुक्रवार को परिसर से अपना पूरा प्रशासनिक और अभियानगत अमला-वाहन, हथियार और कमांडो को हटा लिया। दिल्ली पुलिस की संसद सेल में तैनात दिल्ली पुलिस के करीब 150 (सिर्फ गेटों पर तैनात) जवान वापस दिल्ली पुलिस में लौट चुके हैं।
जवानों ने ली सेल्फी
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि संसद परिसर छोड़ने वाले दिल्ली पुलिस के जवानों ने देश के लोकतंत्र के सर्वोच्च मंदिर की कुशलतापूर्वक सुरक्षा करने की याद में सेल्फी और तस्वीरें लीं। उन्होंने कहा कि 2001 के आतंकवादी हमले के दौरान सीआरपीएफ कर्मियों ने अन्य एजेंसियों के जवानों के साथ मिलकर कायरतापूर्ण हमले को विफल के लिए असाधारण वीरता का प्रदर्शन किया था।
दिल्ली पुलिस संसद के बाहर लॉ एण्ड ऑर्डर संभालेगी
दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस अब संसद के बाहर कानून और व्यवस्था की व्यवस्था को देखेगी। दिल्ली पुलिस बाहर से देखेगी कि कोई संसद पास न पहुंच जाए। अभी यह तय नहीं किया गया है कि संसद सत्र के दौरान दिल्ली पुलिस व ट्रैफिक पुलिस को संसद भवन के अंदर बुलाया जाएगा या नहीं।
दिल्ली पुलिस को संसद भवन की सुरक्षा से पूरी तरह हटा लिया गया है। दिल्ली पुलिस के सभी जवान दिल्ली पुलिस में वापस आ गए हैं। -दीपेंद्र पाठक, विशेष पुलिस आयुक्त