वैसे तो इस खेल की दुनिया में कई ऐसे दिग्गज खिलाड़ी हुये है जिन्होंने अपने बेहतरीन खेल का परिचय देते हुये लोगों के दिलो में आज तक राज करते आ रहे है। हालांकि कुछ विदेशी खिलाड़ी भी आईपीएल के दौरान बेहतरीन खेल प्रदर्शन करते हुये क्रिकेट प्रेमियों को दिल जीत लिया है, पर आज हम एक ऐसे दिगगज खिलाड़ी के संबंध में बात करने वाले है जो विश्व के एक मात्र ऐसे क्रिकेटर है जिन्हें भारत आने के लिये वीजे की कोई आवश्यकता नही पड़ती है। नाम जानकर आप भी सोच में पड़ जायेगें।
आपको बता दें कि कि जिस खिलाड़ी की आज हम बात कर रहे है, उसके नाम कई बड़े रिकॉर्ड दर्ज है। दरअसल इस खिलाड़ी ने 12 अगस्त 1993 को भारत के खिलाफ एक दिवसीय मैचो में अपना डेब्यू किया था, और 2 अप्रैल 2011 को ही भारत के खिलाफ अपना अंतिम एकदिवसीय मैच खेला था, 22 दिसंबर 2006 को इसय खिलाड़ी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए टी-20 मैच में डेब्यू किया और 31 अक्टूबर 2010 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना अंतिम टी-20 मैच खेला था। इस बीच इस खिलाड़ी ने अपने कैरियर के दौरान टेस्ट मैच में कुल 800 विकेट लिए है, और अंतरराष्ट्रीय मैचो में अभी तक कुल मिलकर 534 विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके है। इनकी बल्लेबाजी से हमेशा ही विरोधी टीम परेशान रही है। अब आप यह अवश्य सोच रहे होगें कि आखि हम किस खिलाड़ी की बात कर रहे है?
आपकी जानकारी के लिये बता दें कि हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे है वो और कोई नही बल्कि मुथैया मुरली धरन है। गेंदबाजी का सबसे उम्दा खिलाड़ी है। आपको बता दें कि यह एक ऐसे विदेशी खिलाडी है जिन्हें भारत में आने के लिए वीजा की जरुरत नहीं पड़ती है, यह बिना वीजा के ही भारत आ जा सकते है, इन्हें भारत की ओर से इस प्रकार की सुविधा प्राप्त हुई है। जानकारी के लिये बता दें कि भारत सरकार ने मुथैया मुरलीधरन को ओसीआई यानि की भारत प्रवासी नागरिकता प्रदान की हुई है, जिस कारण ही मुरलीधरन को वीजा की जरुरत नहीं पड़ती है, बता दें मुरलीधरन की बहुत सी यादे भारत से जुडी हुई है, इनका परिवार भारतीय मूल का है। इन्होने अपनी शादी भारत में ही की थी। इस जानकारी के संबंध में आप लोगों की क्या प्रति क्रियायें है? कमेंट बॉक्स में अपनी महत्वपूर्ण रॉय अवश्य लिखें।