इमरान खान को पाकिस्तान उपचुनाव में लगा बड़ा झटका, नवाज की पार्टी हुई मजबूत
October 16, 2018
अन्तर्राष्ट्रीय
पाकिस्तान में हुए उपचुनावों में प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इन्साफ (PTI) को झटका लगा है, वहीं नेशनल असेंबली में अपनी सदस्य संख्या बढ़ाते हुए, अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पीएमएल-एन की अगुवाई वाले विपक्षी गठबंधन ने 5 और संसदीय सीटें अपने कब्जे में कर ली हैं.
पाकिस्तान में रविवार को पंजाब में नेशनल असेंबली की 9 सीटों, सिंध में 1 सीट, खैबर पख्तूनख्वा की 1 सीट के लिए तथा 24 प्रांतीय असेंबली सीटों के लिए उप चुनाव हुए. इन 24 प्रांतीय असेंबली सीटों में से 11 सीटें पंजाब प्रांत में, 9 खैबर पख्तूनख्वा में, 2 सिंध में और 2 बलूचिस्तान में हैं.
जिन सीटों पर उपचुनाव हुए हैं, उनमें से ज्यादातर सीटें ऐसी हैं जिनसे, 25 जुलाई को हुए आम चुनावों में एक से अधिक सीटों पर जीत दर्ज कराने वाले उम्मीदवारों ने बाद में इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफा देने वालों में प्रधानमंत्री इमरान खान शामिल हैं जिन्होंने नेशनल असेंबली की 5 सीटों से चुनाव लड़ा और पांचों सीटों पर जीते थे.
उपचुनाव में इमरान की पार्टी, उनकी छोड़ी गई 2 सीटों पर हार गई. उनकी एक सीट लाहौर (एनए-131) है जहां से पूर्व रेल मंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (पीएमएल-एन) के नेता ख्वाजा साद रफ़ीक़ ने जीत हासिल की है. बन्नू सीट से मुत्ताहिदा मजलिस ए अमल (एमएमए) के जाहिद अकरम दुर्रानी ने पीटीआई के नसीम अली शाह को हराया.
पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी 25 जुलाई को हुए चुनाव में 2 सीटों से हार गए थे. उपचुनाव में उन्होंने एनए-124 लाहौर में लगभग एकतरफा मुकाबले में पीटीआई के गुलाम मोहिउद्दीन दीवान को हराया.
पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने बताया कि पीएमएल-एन और पीटीआई ने नेशनल असेंबली में 4-4 सीटें जीती हैं जबकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद ने 2 सीटों और एमएमए ने एक सीट जीती है. अब नेशनल असेंबली में विपक्ष की सीटों की संख्या में 5 का इजाफा हुआ है जबकि सत्तारूढ़ गठबंधन को 6 और सीटें मिली हैं. उपचुनावों के नतीजों से संघीय या प्रांतीय सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन इससे विपक्षी दलों को पुनर्जीवित होने में मदद मिलेगी.
प्रांतीय असेंबलियों में पीटीआई ने 11 और पीएमएल-एन ने 7 सीटें जीती हैं. पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की अगुवाई वाली पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) और अवामी नेशनल पार्टी ने 2-2 सीटें तथा निर्दलीय उम्मीदवारों ने 2 सीटें जीती हैं. पीएमएल-एन ने पंजाब में 11 सीटों पर चुनाव लड़ा और 6 सीटें जीतीं जबकि उसकी प्रतिद्वन्दी पीटीआई के खाते में 5 सीटें गईं. पीएमएल-एन ने पीटीआई के गढ़ माने जाने वाले खैबर पख्तूनख्वा में 1 प्रांतीय असेंबली सीट भी जीती.
पार्टी का शीर्ष नेतृत्व नहीं कर पाया था चुनाव प्रचार
परिणामों पर प्रतिक्रिया में सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि अगर उपचुनाव के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान ने चुनाव प्रचार की अगुवाई की होती तो पीटीआई नेशनल असेंबली की 11 में से कम से कम 9 सीटें जीत जाती. चुनाव आयोग द्वारा रोक लगाए जाने की वजह से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने प्रचार नहीं किया.
विदेशों में बसे पाकिस्तानी नागरिकों ने भी चुनावों में हिस्सा लिया
चुनाव आयोग के मुताबिक, 92.8 लाख मतदाता मतदान करने के पात्र थे. आयोग की ओर से डिजाइन किए गए एक खास ऑनलाइन पोर्टल के जरिए पहली बार विदेशों में बसे पाकिस्तानी नागरिकों ने भी चुनावों में हिस्सा लिया. कुल 7,489 मतदान केंद्रों में सुरक्षा मुहैया कराने के लिए थलसेना के हजारों जवान, पुलिसकर्मी, पैरामिलिट्री रेंजर्स और फ्रंटियर कोर के जवान तैनात किए गए थे. चुनाव आयोग ने 1,727 मतदान केंद्रों को अत्यंत संवेदनशील घोषित किया था जहां अतिरिक्त बल तैनात किए गए थे और सुरक्षा कैमरे भी लगाए गए थे.
इमरान खान तहरीक ए इन्साफ नवाज शरीफ नेशनल असेंबली 2018-10-16