शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सरकारी आवास पर रमजान के मौके पर इफ्तार पार्टी का आयोजन किया. नीतीश के इस इफ्तार आयोजन में गवर्नर रामनाथ कोविंद के अलावा महागठबंधन के तमाम नेता और मंत्री भी शामिल हुए. हालांकि, नीतीश के इफ्तार पार्टी में सबसे खास रही आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की मौजूदगी. लालू अपनी पत्नी राबड़ी देवी के अलावा दोनों बेटे तेजस्वी और तेजप्रताप के साथ मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और इफ्तार में शामिल हुए.
नीतीश कुमार के उत्थान में मुस्लिम समाज के कई अन्य लोग भी शामिल हुए. नीतीश कुमार ने भी बकायदा मुस्लिम समाज के लोगों के साथ शाम की नमाज पढ़ी और उसके बाद रोजेदारों को खुद पानी और फल खिलाया. हालांकि, पिछले कई सालों के मुकाबले में इस साल नीतीश के आवास पर कम मेहमानों को बुलाया गया था. इस वजह से कई मुस्लिम समाज के लोग जो बिना पास के नीतीश के घर पहुंचे थे उन्हे एंट्री नहीं मिली.
रोजेदारों के रोजा तोड़ने के बाद मेहमानों के लिए शाही भोजन का भी इंतजाम किया गया था जिसमें पुलाव, चिकन, मटन के अलावा दही और खीर का इंतजाम था. पार्टी के दौरान नीतीश सभी मेहमानों का खुद हाल चाल जान रहे थे और ध्यान रख रहे थे. पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश ने कहा कि वह लोगों को रमजान के पाक महीने पर बधाई देते हैं और उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा करते हैं जो बिहार सरकार द्वारा आयोजित इस इफ्तार पार्टी में शिरकत करने पहुंचे थे.
इस मौके पर नीतीश ने बिहार में सुख-शांति के अलावा राज्य की तरक्की की भी दुआ मांगी. वहीं दूसरी ओर लालू प्रसाद अपने परिवार वालों के साथ नीतीश के घर पर तकरीबन एक घंटे रहे और इस मौके पर महागठबंधन में एकता होने के संकेत दिए. लालू ने कहा कि वह दुआ मांगते हैं कि खुदा नीतीश कुमार को और मजबूत और ताकतवर बनाए और उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में महागठबंधन पूरी तरीके से एक है और आगे भी एकता बनी रहेगी.