एक समय था जब रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी को दुनिया की बेहतरीन ओपनिंग जोड़ी में गिना जाता था। इस जोड़ी ने सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली की जोड़ी की याद दिलाई और उनके कई रिकॉर्ड्स भी तोड़े। फिर समय बदला और बदले रोहित शर्मा के जोड़ीदार। धवन गायब हो गए। टीम में वापसी उनके लिए नामुमकिन हो गई और नतीजा ये रहा कि शनिवार को धवन ने एक वीडियो पोस्ट कर बताया कि वह इंटरनेशनल और डॉमेस्टिक क्रिकेट से संन्यास ले रहे हैं।
धवन के लिए टीम इंडिया की वापसी कई मायनों में मुश्किल थी, या यूं कहें असंभव थी। धवन टीम से बाहर गए अपनी खराब फॉर्म और प्रदर्शन में निरंतरता न रख पाने के कारण। इसके बाद उनकी जगह जो खिलाड़ी आए उन्होंने ऐसे पैर जमाए कि धवन की वापसी मुश्किल हो गई। अब टीम इंडिया के पास ओपनिंग के काफी विकल्प हैं और सभी युवा हैं। ऐसे में धवन का दोबारा टीम इंडिया के लिए खेलने का सपना सच नहीं हो सकता था और शायद इसी को देखते हुए उन्होंने संन्यास से लिया।
इन खिलाड़ियों ने खड़ी की मुश्किल
धवन जब टीम से गए तो उनकी जगह लेने आए शुभमन गिल। गिल ने अपनी बल्लेबाजी से ऐसी छाप छोड़ी कि वह टीम का भविष्य कहे जाने लगे। गौतम गंभीर के हेड कोच बनने के बाद तो उन्हें वनडे और टी20 में टीम इंडिया का उपकप्तान बना दिया गया जो बताता है कि गिल को अगला कप्तान बनाने की तैयारी की जा रही है। यानी गिल बतौर ओपनर पक्के हैं। वहीं रोहित जब तक वनडे और टेस्ट खेल रहे हैं वो ओपनिंग करेंगे ही। टी20 से रोहित ने संन्यास ले लिया है। उनकी जगह गिल के साथ यशस्वी जायसवाल हैं जो अपनी तूफानी बैटिंग से छाए हुए हैं। टेस्ट में भी यशस्वी ने कमाल कर रखा है। यानी इस समय रोहित, गिल और जायसवाल टीम इंडिया के प्रमुख ओपनर हैं।
वहीं बैकअप के तौर पर भारत के पास ऋतुराज गायकवाड़ का विकल्प है जो टेस्ट में रोहित की जगह लेने के पक्के दावेदार हैं। अभिषेक शर्मा ने भी आईपीएल में और हाल ही में जिम्बाब्वे दौरे पर ओपनिंग में प्रभावत किया था। यानी रोहित को हटा दिया जाए तो गिल, जायसवाल, अभिषेक और गायकवाड़ के रूप में भारत के पास ओपनिंग के ऐसे विकल्प मौजूद हैं जिनके पास क्लास, टैक्निक, अटैकिंग एप्रोच और उम्र सभी कुछ है। यही कारण है कि धवन की टीम इंडिया में वापसी नामुमकिन हो गई थी।
धवन का करियर
धवन का करियर शानदार रहा है। वह 2010 में भारत के लिए अपना डेब्यू मैच खेले थे जो वनडे था। 2013 में उन्होंने टेस्ट मैच में डेब्यू किया और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक ठोका। धवन ने भारत के लिए कुल 34 टेस्ट मैच खेले जिसमें 40.61 की औसत से 2315 रन बनाए। टेस्ट में उनके नाम सात शतक और पांच अर्धशतक हैं।
घवन ने भारत के लिए 167 वनडे मैचों में 44.11 की औसत से 6793 रन बनाए जिसमें 17 शतक और 39 अर्धशतक शामिल हैं। टी20 में धवन ने भारत के लिए 68 मैच खेले और 126.36 की स्ट्राइक रेट से 1759 रन बनाए। टी20 में धवन ने 11 अर्धशतक जमाए।