श्रीलंका की आर्थिक स्थिति इन दिनों बेहद खस्ता हालत में है. वहां महंगाई आसमान छू रही है. इस देश पर अब दिवालिया होने का संकट मंडराने लगा है. कोलंबो संहित कई बड़े शहरों में जनता सड़कों पर उतर आई है. इन सबके बीच श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड ने एशिया कप की मेजबानी करने को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड के सचिव मोहन डि सिल्वा ने कहा है कि श्रीलंका में कुछ भी गलत नहीं चल रहा है. कुछ समूह हैं, जो विरोध कर रहे हैं. हम खराब मैनेजमेंट के कारण आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि यहां नागरिकों में या सियासी तौर पर कोई अशांति नहीं है. मुझे पूरा भरोसा है कि इस मामले को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा. एशिया कप पर किसी प्रकार के खतरे को लेकर डी सिल्वा ने कहा कि, ‘मुझे ऐसा नहीं लगता… प्रदर्शन चल रहे हैं. एशिया कप से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम जून-जुलाई में श्रीलंका दौरे पर आने वाली है. इसको लेकर हमने उनसे ICC की बैठक में भी बात की थी, तब उन्होंने दिलचस्पी भी दिखाई है. इसी प्रकार मुझे नहीं लगता कि एशिया कप की मेजबानी को लेकर भी कोई समस्या आएगी.’
उन्होंने आगे कहा कि, ‘हकीकत यह भी है कि इस मामले में मैं भी अभी कोई पक्का वादा नहीं कर सकता, क्योंकि यह एशियन क्रिकेट काउंसिल का मामला है. इस पर उन्हें ही निर्णय लेना है. हालांकि हम भी एशिया कप कराने को लेकर पूरी तरह कॉन्फिडेंट हैं. हम जानते हैं कि इन सभी चीजों को शीघ्र खत्म कर लिया जाएगा. सब कुछ जल्द ही नार्मल हो जाएगा और हम इस अहम टूर्नामेंट को बेहतर तरीके से कराने में सक्षम होंगे.’ उन्होंने कहा कि, आर्थिक संकट का क्रिकेट पर कोई असर नहीं पड़ेगा.