मिस्त्र की सीमा के पास गाजा के दक्षिणी शहर रफाह में इजरायली सुरक्षा बलों ने हवाई हमले तेज कर दिए हैं। इजरायल ने सोमवार तड़के एक अपार्टमेंट के पास भीषण गोलाबारी करते हुए नाटकीय ढंग से दो बंधकों को सुरक्षित रिहा करा लिया। इसे इजरायल अपनी बड़ी सफलता मान रहा है। इस अभियान के दौरान 67 फलस्तीनियों की जान चली गई जिसमें महिलाएं व बच्चे शामिल हैं।
उत्तरी गाजा व दक्षिण के खान यूनिस में इजरायली बलों के अभियान के बाद रफाह में करीब 14 लाख फलस्तीनी जान बचाने को शरण लिए हुए हैं। रफाह पर इजरायल की गोलाबारी से संयुक्त राष्ट्र की सहायता एजेंसियां चिंतित हो उठी हैं। वहीं, दो बंधकों की रिहाई से इजरायल उत्साहित है। सेना ने बचाए गए बंधकों की पहचान 60 वर्षीय फर्नांडो साइमन मार्मन और 70 वर्षीय लुईस हर के रूप में की है।
हमास आतंकवादियों ने पिछले साल सात अक्टूबर को सीमा पार हमले में किबुत्ज निर यित्जाक से इनका अपहरण कर लिया था, जिससे युद्ध शुरू हो गया था। पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि उनके पास अर्जेंटीना की नागरिकता भी है। अक्टूबर के हमले में हमास व अन्य आतंकियों ने 250 नागरिकों व सैनिकों को बंधक बना लिया था, जिसमें से 100 से अधिक बंधक अभी भी आतंकियों के कब्जे में हैं।
अमेरिका, मिस्र व कतर समेत कई देश बंधकों की सुरक्षित रिहाई
इजरायल के साथ अमेरिका, मिस्र व कतर समेत कई देश बंधकों की सुरक्षित रिहाई व गाजा में स्थायी संघर्ष विराम के प्रयास में जुटे हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल के जवाबी हमले में अब तक 28,175 फलस्तीनियों की मौत हुई है, जिनमें 12,300 से अधिक नाबालिग व करीब 8,400 महिलाएं शामिल हैं। यानी मारे जाने वालों में 43 प्रतिशत नाबालिग हैं।
हालांकि, मंत्रालय ने इसमें नागरिकों व लड़ाकों के बीच भेद नहीं किया है। वहीं, इजरायल का दावा है कि उसने लड़ाई में हजारों लड़ाकों को मार गिराया है। उसका इस समय मुख्य उद्देश्य शेष बंधकों की सुरक्षित रिहाई है, इसके लिए वह हमास पर कड़ी कार्रवाई कर दबाव बनाना चाहता है। लड़ाई अब पांचवें महीने में पहुंच चुकी है, लेकिन कोई समाधान निकलता नजर नहीं आ रहा है। इजरायल रफाह को हमास का अंतिम गढ़ मानता है जिस पर वह नियंत्रण चाहता है।
एफ-35 लड़ाकू विमानों के इजरायल निर्यात पर डच कोर्ट की रोक
इजरायल के गाजा हमले को लेकर पश्चिम के कई नेताओं ने चिंता जाहिर की है लेकिन वे इजरायल को अपना समर्थन जारी रखे हुए हैं। इस बीच, डच अपील कोर्ट ने अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों के उल्लंघन की आशंका में इजरायल को एफ-35 लड़ाकू विमानों के पार्ट के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रविवार को इजरायली पीएम नेतन्याहू से कहा कि इजरायल को रफाह में नागिरिकों की पुख्ता सुरक्षा योजना के बगैर सैन्य अभियान नहीं चलाना चाहिए।
हाउती विद्रोहियों ने ईरान जा रहे जहाज पर किया हमला
यमन के हाउती विद्रोहियों ने सोमवार को बाब अल-मंडेब जलडमरूमध्य में ईरान के एक बंदरगाह के लिए जा रहे एक जहाज पर दो मिसाइलों से हमला कर दिया, जिससे मामूली क्षति हुई लेकिन जहाज के चालक दल को कोई चोट नहीं आई। स्टार आइरिस ब्राजील ईरान के बंदरगाह खुमैनी की ओर जा रहा था, जो यमन के वर्षों से चले आ रहे युद्ध में हाउती का मुख्य समर्थक था।
मार्शल द्वीप-ध्वजांकित, ग्रीक-संचालित थोक वाहक स्टार आइरिस पर हमले से पता चलता है कि हाउती अब लाल सागर, अदन की खाड़ी और दो जलमार्गों को जोड़ने वाले बाब अल-मंडेब जलडमरूमध्य से यात्रा करने वाले जहाजों को कितने व्यापक रूप से निशाना बनाने से नहीं चूक रहा है।
अदन की खाड़ी में जहाजों पर हमले कर रहे हैं
गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध को लेकर नवंबर से विद्रोही लाल सागर और अदन की खाड़ी में जहाजों पर हमले कर रहे हैं। इससे जलमार्गों और उन्हें जोड़ने वाले बाब अल-मंडेब स्ट्रेट के माध्यम से जहाजों का संचालन बाधित हो गया है।