चार वर्षीय स्नातक डिग्री कार्यक्रमों में अब तीन विषय पढ़ने का मौका मिलेगा। इग्नू के क्षेत्रीय केंद्र के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि इग्नू में जनवरी 2024 सत्र से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप स्नातक के 17 प्रोग्राम में चार वर्षीय डिग्री कार्यक्रम शुरू हो चुके हैं।
इग्नू में अब मेजर और माइनर डिग्री कोर्स एकसाथ किया जा सकेगा। विवि ने शैक्षणिक सत्र जनवरी-2024 से चार वर्षीय स्नातक डिग्री कार्यक्रम शुरू कर दिया है। इन कार्यक्रमों में नेप (नेशनल एजुकेशन पॉलिसी) के तहत छात्रों को एक साल के बाद प्रमाणपत्र, दो साल बाद डिप्लोमा, तीन साल के बाद डिग्री और चार वर्ष के बाद ऑनर्स (रिसर्च) की डिग्री मिलेगी। इतना ही नहीं, कोर्स में एग्जिट के साथ एंट्री का भी विकल्प दिया गया है।
यह पहली बार है जब इग्नू में तीन विषयों के साथ स्नातक कार्यक्रम उपलब्ध होंगे। इसका लाभ उन शिक्षार्थियों को मिलेगा जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और अध्यापन क्षेत्र में अपना कॅरिअर बनाना चाहते हैं। यूजीसी अध्यक्ष प्रो. एम जगदीश कुमार ने हाल ही में इग्नू के चार वर्षीय स्नातक डिग्री कार्यक्रमों लॉन्च किए हैं।
इग्नू के क्षेत्रीय केंद्र के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अनिल कुमार डिमरी ने कार्यक्रमों की रूपरेखा बताई। उन्होंने कहा कि इग्नू में जनवरी 2024 सत्र से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप स्नातक के 17 प्रोग्राम में चार वर्षीय डिग्री कार्यक्रम शुरू हो चुके हैं। चार वर्षीय स्नातक डिग्री प्रोग्राम में चार वर्ष में कुल 160 क्रेडिट प्राप्त करने होंगे।
ऐसा होगा क्रेडिट का वितरण
छात्रों के पास मल्टीपल एंट्री-एग्जिट का विकल्प होगा। एक साल के बाद प्रमाणपत्र, दो साल के बाद डिप्लोमा, तीन साल की पढ़ाई करने पर 120 क्रेडिट के साथ मानविकी में बीए इन मेजर, कॉमर्स में बीकॉम इन मेजर और साइंस स्ट्रीम में बीएससी इन मेजर की डिग्री मिलेगी। वहीं, चार साल की पढ़ाई करने वाले छात्रों को 160 क्रेडिट प्राप्त करने पर ऑनर्स (रिसर्च) की डिग्री मिलेगी।
डिमरी ने बताया कि इन चार वर्षीय स्नातक डिग्री कार्यक्रमों में छात्र एक साथ मेजर डिग्री के साथ दूसरी माइनर डिग्री की पढ़ाई भी कर सकेंगे। दोनों डिग्री के क्रेडिट उनकी मुख्य डिग्री में जुड़ेंगे। सभी छात्रों को अकैडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट का लाभ मिलेगा। इसके अलावा छात्रों को अपनी पसंद के किसी भी विषय की पढ़ाई अन्य विश्वविद्यालय और स्वयं प्लेटफार्म से ऑनलाइन पढ़ाई की भी आजादी होगी।